Tuesday 7 July 2015

जब साक्षी को देखते ही दिल दे बैठे थे माही

 भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने 34 बसंत देख लिए हैं। धोनी की अगुआई में भारतीय टीम ने 2007 में ट्वेंटी-20 विश्व चैम्पियनशिप, 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की।
धोनी ने 2004-05 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने करियर का आगाज किया था, लेकिन यह बहुत ही खराब शुरुआत रही थी, क्योंकि झारखंड का यह खिलाड़ी शून्य पर रन आउट हो गया था। लेकिन इसके बाद उनके करियर का ग्राफ सिर्फ ऊपर ही चढ़ा है और वह इस समय देश के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं।
धोनी का 34वां जन्मदिन बहुत खास रहा, क्योंकि इस बार उनके साथ उनकी बेटी जीवा भी थी। खुशी की बात यह भी है कि इस जन्मदिन पर वे अपने घर रांची में परिवार के साथ रहे। उनकी पत्नी साक्षी धोनी ने अपनी खुशी जाहिर करने के लिए जुलाई महीने की पहली तारीख को ही ट्वीट कर दिया था। महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टीम में जीत के लिए जूझने का जज्बा पैदा किया।
कुछ साल पहले महज 300 रुपये के लिए काम करने वाले धोनी पर आज करोड़ों की बरसात होती है। हर बड़ा ब्रांड उनके लिए लाइन लगाए खड़ा रहता है, लेकिन आसमान की इस ऊंचाई पर पहुंचने के लिए धोनी को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक छोटे शहर की गलियों में क्रिकेट खेलने वाले धोनी कैसे आज इस मुकाम पर पहुंचे इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है।
महेंद्र सिंह धोनी का पहला प्यार फुटबॉल रहा है। वे अपने स्कूल की टीम में गोलकीपर थे। फुटबॉल से उनका प्रेम रह रहकर जाहिर होता रहा है। इंडियन सुपर लीग में वे चेन्नई एफसी टीम के मालिक भी हैं। फुटबॉल के बाद उन्हें बैडमिंटन भी खूब पसंद था। महेंद्र सिंह धोनी मोटरबाइक्स के खासे दीवाने हैं। उनके पास एक से बढ़कर एक करीब दो दर्जन आधुनिकतम मोटर बाइक मौजूद हैं। महेंद्र सिंह धोनी को कारों का भी बड़ा शौक है। उनके पास हमर जैसी कई महंगी कारें मौजूद हैं। एमएस धोनी को बतौर क्रिकेटर पहली नौकरी भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर के तौर पर मिली। इसके बाद वे एयर इंडिया की नौकरी करने लगे। इसके बाद वे एन. श्रीनिवासन की कम्पनी इंडिया सीमेंट्स में अधिकारी बन गए।
महेंद्र सिंह धोनी के पसंदीदा अभिनेता अमिताभ बच्चन हैं। वे उनकी एक्टिंग के प्रशंसक रहे हैं और उनकी लगभग सभी हिट फिल्में देखी हैं, वहीं उन्हें लता मंगेशकर के गाने बहुत पसंद है। महेंद्र सिंह धोनी का जन्म वर्ष 1981 में सात जुलाई को हुआ था। विशेष बात यह है कि उनकी जन्मतिथि तो सात है ही, जुलाई का महीना भी वर्ष का सातवां महीना है। वहीं उनकी जर्सी का नंबर भी सात ही है।
धोनी ने अपनी कप्तानी में क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अपना लोहा मनवाया है। बात चाहे टी-20 की हो या फिर वनडे या फिर टेस्ट क्रिकेट, उनकी जैसी कामयाबी कम ही क्रिकेटरों को नसीब होती है। धोनी जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार मैदान में उतरे थे, तो लोग उनकी हेयर स्टाइल के दीवाने हो गए थे। इस हेयर स्टाइल को धोनी ने फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम को देखकर अपनाया था। आपको बता दें कि जब धोनी पहली बार टीम इंडिया के साथ पाकिस्तान के दौरे पर गए थे, तब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने उनके बालों की तारीफ की थी।
धोनी का हमेशा से एक सपना रहा है वो भारतीय सेना में शामिल हों। इस इच्छा को कई बार वो जाहिर कर चुके हैं। उनका ये सपना साल 2011 में पूरा हो गया जब महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया। एक दौर ऐसा आया जब धोनी दुनिया के सबसे अधिक कमाने वाले क्रिकेटर बन गए। पिछले कुछ सालों से उनकी औसत आमदनी 150 से 190 करोड़ सालाना रही है और वो अपने राज्य झारखंड में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले शख्स बन गए। वो हर साल 10 करोड़ से ज्यादा टैक्स देते हैं।
अब बात करते हैं धोनी और उनकी पत्नी साक्षी जोशी की पहली मुलाकात और शादी के बारे में। महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी की मुलाकात कोलकाता में हुई थी। धोनी वहां भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच में हिस्सा लेने गए हुए थे। टीम इंडिया वहां पर होटल ताज में ठहरी हुई थी। साक्षी रावत उसी होटल में इंटर्नशिप कर रही थीं।
इस दौरान धोनी की मुलाकात साक्षी से हुई। पहली ही मुलाकात में धोनी का दिल साक्षी पर आ गया। दोनों ने एक-दूसरे के फोन नम्बर लिए और बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। 4 जुलाई, 2010 को देहरादून में धोनी ने अपनी मंगेतर साक्षी रावत के साथ शादी रचाई। धोनी को एक बेटी है, जिसका नाम जीवा है।
धोनी और साक्षी दोनों ही बचपन के मित्र हैं। दोनों रांची के डीएवी श्यामली में पढ़ते थे। दोनों के पिता एक ही कम्पनी में काम किया करते थे। बाद में साक्षी का परिवार पिता के रिटायरमेंट के बाद देहरादून में बस गया था। सालों बाद जब फिल्मी स्टाइल में दोनों बचपन के दोस्त कोलकाता में मिले, तो धोनी का पता नहीं था कि साक्षी वही लड़की है जो उनकी बचपन की स्कूली दोस्त रही है। बाद में इस बात का खुलासा हुआ। आईसीसी प्लेयर आॅफ द ईयर का अवॉर्ड दो बार जीतने वाले धोनी इकलौते खिलाड़ी हैं।



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