Wednesday, 29 July 2015

सुशील और योगेश्वर दिखाएंगे दम


लीग में कुल 66 पहलवान हिस्सा लेंगे
36 भारतीय और 30 विदेशी पहलवान दिखाएंगे दांव-पेंच
नई दिल्ली। देश में अब पहलवानों के दिन भी फिरेंगे और कोई पहलवान गुरबत में जीवन बसर नहीं करेगा। वजह भारतीय कुश्ती महासंघ और प्रो स्पोर्टिफाई ने पेशेवर कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) की शुरुआत की घोषणा की। इस लीग में देश और दुनिया के 60 से अधिक शीर्ष पहलवान हिस्सा लेंगे। इस साल नवम्बर में लीग के पहले संस्करण में ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त जैसे दिग्गज अपने फन का जादू दिखाते नजर आएंगे। इस लीग का आयोजन 8 नवम्बर से 29 नवम्बर के बीच होगा। इसमें ओलम्पिक में पदक जीत चुके दुनिया भर के 20 से अधिक पहलवान हिस्सा लेंगे। इस प्रतियोगिता के लिए तीन लाख डॉलर (लगभग 19 करोड़) रुपये की पुरस्कार और नीलामी राशि रखी गई है।
भारत के लिए दो ओलम्पिक पदक (2008 में कांस्य, 2012 में रजत) जीत चुके सुशील और लंदन में कांस्य जीत चुके योगेश्वर के अलावा देश की एकमात्र महिला ओलम्पिक पहलवान गीता फोगाट मुख्य आकर्षण होंगी। इसके अलावा भारत से बजरंग कुमार, अमित कुमार, अनुज चौधरी, बबीता कुमारी, विनेश फोगाट और गीतिका जाखड़ भी इस लीग की शोभा बढ़ाएंगी। विश्व की सबसे महंगी कुश्ती प्रतियोगिता मानी जा रही इस लीग में कुल 66 पहलवान हिस्सा लेंगे, जिनमें 36 भारतीय और 30 विदेशी पहलवान होंगे। फ्रेंचाइजी आधारित इस लीग को जीतने वाली टीम पुरस्कार राशि तीन करोड़ रुपये रखी गई है। इसके अलावा दो करोड़ रुपये विभिन्न स्तर पर खिलाड़ियों के बीच पुरस्कार के तौर पर वितरित किए जाएंगे।
नई दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में इस लीग की लांचिंग हुई। इस अवसर पर सुशील सहित कई प्रमुख पहलवानों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। सुशील ने कहा कि वह इस लीग के आने से खुश हैं क्योंकि इससे युवा खिलाड़ियों के लिए नए रास्ते खुलेंगे। सुशील ने यह भी कहा कि वह इस बात को लेकर भी खुश हैं कि रियो ओलम्पिक से पहले उन्हें तथा तमाम भारतीय पहलवानों को देश में ही अभ्यास का अच्छा मौका मिल जाएगा। साथ ही भारतीय खिलाड़ी लीग के माध्यम से धन भी कमा सकेंगे। इस लीग में छह टीमें होंगी। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होंगे। इनमें छह पुरुष और पांच महिलाएं होंगी। एक टीम में छह भारतीय और पांच विदेशी खिलाड़ी होंगे। यह लीग बेस्ट आॅफ नाइन फॉरमेट के आधार पर खेली जाएगी। सभी नौ मुकाबले लीग स्तर पर आयोजित होंगे। हर मुकाबले में तीन राउंड होंगे और प्रत्येक राउंड तीन मिनट का होगा। इसमें एक मिनट का ब्रेक भी होगा। लीग के लिए कई रोचक नियम बनाए गए हैं।
लीग के तहत 21 दिनों में कुल 18 मुकाबले होंगे। इनमें 15 लीग मैच, दो सेमीफाइनल और एक ग्रैंड फिनाले शामिल है। प्रतियोगिता में कम से कम 150 मैच होंगे। प्रत्येक मैच के दौरान एक टीम को अधिक से अधिक चार विदेशी खिलाड़ियों को खिलाना है। इस लीग को 150 से अधिक देशों में देखा जा सकेगा। इसका प्रसारण किस चैनल पर होगा, इसका खुलासा आने वाले दिनों में होगा। लीग के लिए 15 सितम्बर को नीलामी होगी और इसके मुकाबले छह शहरों में खेले जाएंगे। वैसे लीग के लिए चार जोन बनाए गए हैं। इसके मुकाबले छह शहरों में होंगे। छह फ्रेंचाइजी टीमों में से तीन उत्तर से, एक पश्चिम, एक दक्षिण और एक पूर्वोत्तर से होगी।
लुधियाना, चंडीगढ़, हिसार, दिल्ली, गुड़गांव, लखनऊ, रांची, कोलकाता, मुम्बई, पुणे, कोल्हापुर, हैदराबाद और बेंगलूर में इसके मुकाबले होंगे। अंतिम रूप से छह मेजबान शहरों का चयन बाद में किया जाएगा। लांचिंग के अवसर पर इस लीग का लोगो भी लांच किया गया। इसे दिल्ली स्कूल आॅफ आर्ट्स के छात्रों ने तैयार किया है। खास बात यह है कि लोगो तैयार करने वाले छात्र और छात्रा बधिर हैं।
प्रस्तुत हैं लीग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य और आंकड़े
-कुल पुरस्कार राशि : पांच करोड़ (विजेता के लिए तीन करोड़, दो करोड़ अन्य टीमों और खिलाड़ियों में बंटेंगे)
-13 करोड़ रुपये खिलाड़ियों की नीलामी के लिए
-खिलाड़ियों की खरीद के लिए प्रत्येक टीम को मिलेंगे तीन करोड़ रुपये
-छह टीमें, 66 खिलाड़ी
-36 भारतीय, 30 विदेशी खिलाड़ी
-66 में से 20 ओलम्पिक पदक विजेता
-150 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण
-एचडी-एसडी प्रसारण, 8 से 10 कैमरों से साथ शूटिंग
-खिलाड़ियों की नीलामी-15 सितम्बर, 2015
-6 फ्रेंचाइजी आधारित टीमें
-21 दिनों में 18 मुकाबले
-15 लीग मैच, दो सेमीफाइनल और एक ग्रैंड फिनाले
-कम से कम 150 मैच
-हर टीम को मिलेंगे 11 पहलवान
-एक टीम में छह पुरुष और पांच महिला पहलवान
-हर टीम को मिलेंगे पांच विदेशी खिलाड़ी
-प्रत्येक मुकाबले के लिए एक टीम में चार विदेशी खिलाड़ी
फॉरमेट :
-मुकाबले नाइन फॉरमेट पर होंगे
-पांच पुरुष, चार महिला मैच
-सभी नौ मैच होंगे
-हर मैच तीन राउंड का होगा
-हर राउंड के बीच एक मिनट का ब्रेक
-मैच जीतने पर एक अंक अर्जित
-0.5 अंक गिराने पर बोनस के तौर पर मिलेंगे
-0.5 ग्रेट सुपरियारिटी पर मिलेंगे
-15 अंक की बढ़त पर ग्रेट सुपरियारिटी बोनस
भारतीय महिला पहलवानों ने 10,000 डॉलर की इनामी राशि जीती
अस्ताना। कजाकिस्तान में हुए कप आॅफ द प्रेसीडेंट आॅफ रिपब्लिक आॅफ कजाकिस्तान के पांचवें संस्करण में भारतीय महिला पहलवानों की टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया। आठ सदस्यीय भारतीय टीम ने दुनिया के शीर्ष पहलवानों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और 10,000 डॉलर की इनामी राशि जीतने में सफल रहीं। मेजबान कजाकिस्तान शीर्ष पर रहा, जबकि मंगोलिया ने तीसरा स्थान हासिल किया।
भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट (48 किलोग्राम), राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक विजेता ललिता सहरावत (55 किलोग्राम) और अनीता (63 किलोग्राम) ने अपने सारे मुकाबले जीते, जबकि राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक विजेता रहीं साक्षी मलिक (58 किलोग्राम) ने सिर्फ एक मुकाबला गंवाया। निर्मला देवी (53 किलोग्राम), सरिता (60 किलोग्राम), नवजोत कौर (69 किलोग्राम) और निक्की (75 किलोग्राम) ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, मुझे टीम पर गर्व है और उनके प्रदर्शन के लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं। हमारी खिलाड़ियों ने जिस तरह कठिन मेहनत की है और अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, उसी के कारण वह दूसरा स्थान हासिल कर सकीं। उन्होंने कहा, विश्व चैम्पियनशिप के लिए हमारे पास अभी भी महीने भर से अधिक समय है और मुझे पूरा विश्वास है कि कजाकिस्तान दौरा हमारी महिला पहलवानों को अपने प्रदर्शन में सुधार में मदद करेगी। विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप का आयोजन सात से 12 सितम्बर के बीच लास वेगास में होना है। रियो ओलम्पिक-2016 में प्रवेश करने के लिए यह विश्व चैम्पियनशिप पहला क्वालीफाइंग टूर्नामेण्ट होगा।

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