Monday 6 July 2015

आस्ट्रेलिया ने खिताब, बेल्जियम ने दिल जीता

बेल्जियम को हराकर कंगारुओं ने जीता हॉकी वर्ल्ड लीग का खिताब
सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली चारों टीमों ने रियो ओलम्पिक में जगह बनाई
एंटवर्प। क्रिस सीरियलो के एक गोल की बदौलत विश्व चैम्पियन आॅस्ट्रेलिया ने मेजबान बेल्जियम को 1-0 से हराकर वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल का खिताब अपने नाम कर लिया। मैच के अंतिम क्षणों में क्रिस ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर मेजमान टीम का दिल तोड़ दिया। परिणाम कुछ भी रहा हो मेजबान बेल्जियम ने शानदार खेल कौशल का प्रदर्शन कर देश के लोगों का दिल जरूर जीत लिया।
आॅस्ट्रेलिया को इस रोमांचक मुकाबले के अंतिम 25 सेकेण्ड में लगातार दो पेनाल्टी कार्नर मिले और आखिरकार क्रिस ने बेल्जियम के गोलकीपर को छकाते हुए गेंद को गोल पोस्ट के अंदर पहुंचा दिया। यह गोल मेजबान टीम के लिए किसी सपने को तोड़ने जैसा था और खास कर बेल्जियम के गोलकीपर जेरेमी गुससोफ्फ के लिए जिन्होंने पूरे मैच में आॅस्ट्रेलियाई स्ट्राइकरों को गोल के लिए तरसा दिया था।
विश्व नम्बर एक आॅस्ट्रेलिया ने दूसरे हाफ में कई पेनाल्टी कार्नर प्राप्त किये लेकिन हर बार बेल्जियम के गोलकीपर ने शानदार बचाव किया लेकिन आखिरी मिनटों में हुए गोल से बेल्जियम के खिलाड़ी और दर्शक निराश दिखे। आॅस्ट्रेलिया के मौजूदा रक्षापंक्ति ने बेल्जियम के स्ट्राइकरों को गोल का कोई मौका नहीं दिया। इससे पहले ब्रिटेन ने तीसरे स्थान के लिए प्ले आॅफ मैच में भारत को 5-1 से रौंद कर कांस्य पदक जीता। सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली चारों टीमों ने रियो ओलम्पिक में जगह बना ली। हालांकि भारत ने इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत कर पहले ही इसके लिए क्वालीफाई कर लिया था।
कुक से बेहतर कप्तान है क्लार्क: बूचर
नयी दिल्ली। इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्क बूचर ने उम्मीद जतायी है कि आगामी एशेज श्रृंखला में मेजबान टीम आस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करेगी लेकिन कहा कि माइकल क्लार्क कप्तान के रूप में रणनीतिक सोच में एलिस्टेयर कुक से आगे हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सफलता के बावजूद कुक की कप्तानी की आलोचना होती रही है। आस्ट्रेलियाई आलराउंडर शेन वाटसन ने भी हाल में उनकी कप्तानी पर उंगली उठाते हुए कहा कि था कि वह दूरदर्शी नहीं हैं और अब बूचर ने भी माना कि कुक कुछ भी नया करने में हिचकिचाते हैं।
बूचर ने कहा, वाटसन ने केवल आलोचना करने के लिये ऐसा नहीं कहा है। कुक की कप्तान के रूप में यह एक जानी पहचानी कमजोरी है। यह सचाई है कि कुक कप्तान के रूप में माइकल क्लार्क के रूप में बहुत आगे के बारे में नहीं सोचते। उन्होंने कहा, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि इंग्लैंड ने एंड्रयू स्ट्रास की कप्तानी में एशेज जीती थी जो काफी रूढ़िवादी कप्तान थे। इसलिए उम्मीद है कि इसका श्रृंखला के परिणाम पर असर नहीं पड़ेगा।

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