Wednesday, 15 July 2015

सानिया बनना चाहती थी पत्रकार

नई दिल्ली। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने स्विट्जरलैंड की अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ विम्बलडन महिला डबल्स का खिताब जीत कर नई उपलब्धि हासिल की हैं। सानिया मिर्जा के लिए यह
ग्रैंड स्लैम में पहला महिला डबल्स खिताब है, हालांकि वह तीन बार मिक्स्ड डबल्स जीत चुकी हैं।
-मुंबई में जन्मी और हैदराबाद में पली-बढ़ी सानिया मिर्जा बचपन से एक पत्रकार बनना चाहती थीं, लेकिन उनके पिता ने जल्द ही उनमें टेनिस का हुनर देखा और और उनके पहले कोच बन गए। बस फिर क्या था, पेन की जगह हाथ में टेनिस रैकेट आ गया।
-सानिया ने अपने करियर की शुरुआत 2003 में की। 2004 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
-2006 में उन्हें आॅस्ट्रेलियन ओपन में 32वीं वरियता प्राप्त थी। यह पहला मौका था, जब किसी भी भारतीय महिला खिलाड़ी को किसी ग्रैंड स्लैम ओपन में कोई वरीयता मिली थी। 2007 में सानिया मिर्जा की रैंकिंग 27 तक पहुंच गई थी।
-भारत के लिए खेलना हमेशा सानिया का जुनून रहा है। उन्होंने 2002, 2006, 2010 और 2014 एशियन गेम्स में भारत का नेतृत्व किया और 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 कांस्य पदक जीते हैं।
-2005 में अमेरिका की मशहूर टाइम मैगजीन ने उन्हें 50 हीरोज आॅफ एशिया की सूची में शामिल किया था।
-विवादों के साथ सानिया मिर्जा का चोली-दामन का साथ रहा है। टेनिस में छोटी स्कर्ट पहनने को लेकर उन पर फतवा भी जारी हो चुका है। इतना ही नहीं, लिएंडर पेस और महेश भूपति के बीच तनाव को लेकर सानिया ने कहा कि उन्हें पेस के साथ खेलने पर मजबूर किया जा रहा है, जबकि वो भूपति के साथ खेलना चाहती थीं।
-2009 में उन्होंने अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा के साथ सगाई की थी, लेकिन कुछ ही महीनों में ये सगाई टूट गई और जल्द ही सानिया पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक को अपना दिल दे बैठीं।
- विवादों के बीच सानिया मिर्जा और शोएब मलिक का निकाह हुआ। इस विवाह के बारे में इतनी उत्सुकता थी कि साल 2010 में तमाम महिला टेनिस खिलाड़ियों में सानिया गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की गईं।
-मार्टिना हिंगिस के साथ महिला डबल्स में विम्बलडन का खिताब जीतने से पहले सानिया तीन मिक्स्ड डबल्स के खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। ये हैं - 2009 में आॅस्ट्रेलियन ओपन, 2012 में फ्रÞेंच ओपन और 2014 में यूएस ओपन।
-इस समय सानिया मिर्जा दुनिया की नम्बर एक महिला डबल्स खिलाड़ी हैं।
यह जीत सपना पूरा होने जैसी: सानिया
विश्व की नम्बर एक युगल खिलाड़ी और विम्बलडन महिला युगल खिताब विजेता सानिया मिर्जा ने माना कि यह जीत किसी सपने के पूरा होने जैसी है। अपने गृह नगर हैदराबाद पहुंची सानिया ने कहा, मैं विम्बलडन खिताब जीतकर बहुत खुश हूं। मेरे लिये और मेरे परिवार के लिये यह जीत किसी सपने के पूरे होने की तरह है। सानिया ने स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लेम में महिला युगल खिताब जीता है। देश की नम्बर एक टेनिस खिलाड़ी सानिया का स्वदेश पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ और हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुये उन्होंने कहा कि वह इस खिताब को सभी के साथ बांटना चाहती हैं। सानिया ने कहा, मेरे और परिवार के लिये यह बहुत बड़ी जीत है और मैं आप सभी के साथ इसे बांटना चाहती हूं।

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