Sunday 16 August 2015

बीस साल बाद फिर यूपीसीए के कब्जे में कानपुर का ग्रीन पार्क-page-6

यूपीसीए प्रत्येक वर्ष प्रदेश सरकार को एक करोड़ रुपये देगा
ग्रीन पार्क स्टेडियम में आईपीएल के मैच और डे नाइट  मैच होना सम्भव नहीं
कानपुर। बीस साल बाद उत्तर प्रदेश का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ग्रीन पार्क एक बार फिर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की देखरेख में आ गया। इस बाबत ग्रीन पार्क के खेल अधिकारी ने यूपीसीए के निदेशक को ग्रीन पार्क की देखरेख की जिम्मेदारी आधिकारिक रूप से सौंपी।
यूपीसीए और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच दो जून 2015 को एमओयू साइन हुआ था जिसके तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को एक करोड़ रुपये सालाना किराये की लीज पर तीस साल के लिये देने की बात कही थी। यूपीसीए के अधिकारी 1995 के बाद अब दूसरी बार एक बार फिर ग्रीन पार्क लीज पर मिलने पर काफी खुश हैं, क्योंकि उसका मानना है कि इससे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड जो अंतरराष्ट्रीय वनडे और टेस्ट मैच देने के लिये यूपीसीए को हिचकता था वह बाधा दूर हो गयी है और अब ग्रीन पार्क को नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच मिलते रहेंगे।
यूपीसीए के निदेशक प्रेमधर पाठक ने बताया कि ग्रीन पार्क के खेल अधिकारी ने यूपीसीए को ग्रीन पार्क की जिम्मेदारी सौंप दी है। उन्होंने कहा कि ग्रीन पार्क को यूपीसीए के हवाले करने से पहले ग्रीन पार्क के अधिकारियों को निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराने और पार्क में अनाधिकृत रूप से रह रहे कर्मचारियों से खाली कराने की सूची सौंपी थी जिसे उन्होंने मान लिया है अब यूपीसीए की पहली प्राथमिकता अक्टूबर 2015 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक दिवसीय मैच की तैयारियों को लेकर है।  गौरतलब है कि ग्रीन पार्क में अंतिम मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच 27 नवम्बर 2013 को एक दिवसीय क्रिकेट मैच हुआ था उसके बाद पिछले साल भी भारत और वेस्टइंडीज का एक अभ्यास मैच मिला था, लेकिन चूंकि वेस्टइंडीज का दौरा बीच में ही रद्द हो गया इस लिये यहां मैच नहीं हो पाया।
उत्तर प्रदेश सरकार और यूपीसीए के तहत करार के तहत यूपीसीए प्रत्येक वर्ष प्रदेश सरकार को एक करोड़ रुपये देगा और कोई भी अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय या टेस्ट मैच होने पर 15 लाख रुपये अलग से प्रति मैच देगी। स्टेडियम के ग्राउंड का रखरखाव यूपीसीए के जिम्मे होगा जबकि स्टेडियम की बिल्डिंग का निर्माण काम और रखरखाव का जिम्मा उत्तर प्रदेश सरकार का होगा।
ग्रीन पार्क स्टेडियम में आईपीएल के मैच और डे नाइट के मैच होना सम्भव नहीं है, क्योंकि स्टेडियम में जो फ्लड लाइट लगी हैं वह खराब हैं और उनसे इतनी रोशनी नहीं होती है कि उस रोशनी में डे नाइट मैच या आईपीएल करवाये जा सकें। अगर उत्तर प्रदेश सरकार ने लाइट की व्यवस्था ठीक कर दी और ग्रीन पार्क को डे नाइट मैच या आईपीएल मैच एलाट हुये तो उस दशा में यूपीसीए प्रति मैच 25 लाख रुपये प्रति मैच उत्तर प्रदेश सरकार को देगी।
 ग्रीन पार्क स्टेडियम पहली बार यूपीसीए को लीज पर नहीं मिला है बल्कि इससे पहले 1975 में ग्रीन पार्क को प्रदेश सरकार ने यूपीसीए को 20 साल के लिये लीज पर दिया था। 1995 में जब लीज खत्म हो गयी तो यूपीसीए ने बहुत कोशिश की एक बार फिर उसे स्टेडियम लीज पर मिल जाये लेकिन बात नहीं बनी अब 20 साल बाद जाकर एक बार फिर यूपीसीए को प्रदेश सरकार ने लीज पर दिया है।
अपना मुख्यालय बांद्रा कुर्ला में स्थानांतरित करना चाहता है बीसीसीआई
मुंबई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अपने मुख्यालय को दक्षिण मुंबई के वानखेडे स्टेडियम से मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के स्वामित्व वाले बांद्रा कुर्ला परिसर (बीकेसी) में स्थानांतरित करना  चाहता है। बीसीसीआई ने एमसीए से आग्रह किया है कि उसे अपना मुख्यालय संघ के बीकेसी मैदान पर स्थानांतरित करने के लिए पर्याप्त जगह दी जाए। एमसीए सूत्रों ने बताया, हम पहले ही अपने बीकेसी परिसर में क्लब हाउस की विपरीत दिशा में नये ढांचे के निर्माण की योजना बना रहे हैं और हम इसी परिसर में बीसीसीआई कार्यालय को स्थानांतरित करने का आग्रह पूरा करेंगे। सूत्र ने कहा, वे स्थानांतरण चाहते हैं, क्योंकि बीकेसी छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डे के काफी करीब है। हमने छोटी मीडिया गैलरी और कुछ रिहायशी कमरे बनाने की योजना बनाई है। इस क्षेत्र में से ही बीसीसीआई को जगह दिए जाने की योजना है जिससे कि वे अपना कार्यालय स्थानांतरित कर सकें।

ओमान से विश्व कप खेलेंगे एमपी के मुनीस अंसारी
ट्वंटी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट
टीम ओमानी, आधे हिन्दुस्तानी-आधे पाकिस्तानी
ग्वालियर। अगले साल भारत में होने वाले ट्वंटी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाली ओमान की टीम में अधिकांश खिलाड़ी भारत और पाकिस्तानी मूल के हैं। भारतीय टीम से बेशक मध्यप्रदेश के किसी खिलाड़ी को खेलने का मौका ना मिले पर ओमान की टीम से सीहोर का मुनीस अंसारी जरूर खेलेगा। ओमान ने डब्लिन में नामीबिया को 6 गेंद शेष रहते पाँच विकेट से हराकर भारत की मेजबानी में होने वाले टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया। इसके साथ ही ओमान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से टी-20 इंटरनेशनल खेलने का दर्जा मिल गया। इस टूर्नामेण्ट में खेल रही टीम में कम से कम पाँच खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं इनमें से जतिंदर सिंह, अजय ललचेता, राजेश कुमार रणपुरा और मुनिस अंसारी नामीबिया के खिलाफ मुकाबले में खेले थे। इसके अलावा टीम में एक और खिलाड़ी वैभव वटेगांवकर भी भारतीय मूल के हैं।
ये हैं भारतीय खिलाड़ी
1. मुनीस अंसारी का जन्म एक अप्रैल, 1984 को मध्य प्रदेश के सीहोर में हुआ था। अंसारी छह टी-20 मैचों में 10 विकेट ले चुके हैं।
2. वैभव वटेगांवकर का जन्म 30 अगस्त, 1982 को मुंबई में हुआ और वह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वह 10 टी-20 मुकाबलों में 101 रन बना चुके हैं।
3. जतिंदर सिंह सिख समुदाय के हैं और दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उन्होंने नामीबिया के खिलाफ 31 गेंदों पर 33 रनों की पारी खेली।
4. अजय ललचेता का जन्म 22 अक्टूबर, 1983 को गुजरात में हुआ था। नामीबिया के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने दो विकेट लिए। वह ओमान के लिए अब तक 9 टी-20 मैचों में 8 विकेट चटका चुके हैं।
5. राजेश कुमार रणपुरा का जन्म 17 जुलाई, 1983 को गुजरात में हुआ था। रणपुरा ने ओमान की तरफ से खेलते हुए 14 मैचों में 13 विकेट लिए हैं।
ये हैं पाकिस्तानी
इसके अलावा नामीबिया के खिलाफ मैन आॅफ द मैच रहे जीशान सिद्दीकी का जन्म पाकिस्तान के कराची में हुआ है। इसके अलावा टीम में शामिल आमिर अली (कराची), अदनान इलियास (पाकिस्तान पंजाब), आमिर कलीम (सिंध), खावर अली, मोहम्मद नदीम और सुल्तान अहमद पाकिस्तानी मूल के हैं।
क्रिकेट का कलंक
संसद के मानसून सत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष के टकराव के कारण जरूरी कामकाज लगातार बाधित हुआ है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे पर अड़ी कांग्रेस तथा उसके साथ खड़े अन्य विपक्षी दल, दोनों सदनों को सुचारु रूप से चलने देने के सरकार के निवेदन को लगातार अनसुना कर रहे हैं।
 इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पूर्व आईपीएल क्रिकेट कमिश्नर ललित मोदी को कथित रूप से मदद करने के आरोपों को खारिज करते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। सुषमा की सफाई से अगर विपक्ष असंतुष्ट है, तो उसे आरोपों के पक्ष में ठोस सबूत संसद और जनता के सामने रखना चाहिए। लेकिन इस हंगामे के बीच क्रिकेट में भ्रष्टाचार की गहराई तक फैली जड़ों से हमारा ध्यान विमुख नहीं होना चाहिए।
 ललित मोदी द्वारा कथित रूप से की गई अनियमितताएं बताती हैं कि क्रिकेट के प्रबंधन के तौर-तरीकों में व्यापक खामियां हैं। मोदी की मदद करने या उनके लाभार्थी होने के आरोप कई अन्य नेताओं पर भी हैं। ये नेता किसी एक दल के नहीं, कई प्रमुख राजनीतिक दलों से संबद्ध हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से लेकर राज्यस्तरीय संगठनों तक के प्रबंधन में विभिन्न दलों के राजनेता और नौकरशाह शामिल हैं। आईपीएल में भ्रष्टाचार क्रिकेट बोर्ड के तौर-तरीकों के साथ-साथ सट्टेबाजी, हवाला, ठेकों में घपला जैसे कई आयामों से जुड़ा है। इस संबंध में चल रही जांच और बोर्ड में सुधार की कोशिशों को तेज और प्रभावी बनाने की जरूरत है।
 क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार के गंभीर मुद्दे को सिर्फ दो लोगों के त्यागपत्र तक सीमित कर देना मामले की गंभीरता को कम करना होगा। ललित मोदी से जुड़े पूरे प्रकरण पर एक सार्थक एवं व्यापक बहस होगी, तभी विपक्ष सरकार के तर्कों की आलोचना कर सकेगा और अपनी बात मजबूती के साथ संसद और देश के सामने प्रस्तुत कर सकेगा। संसद में हंगामा जारी रहने पर यह नकारात्मक संदेश भी निकल सकता है कि राजनेता बहस को सिर्फ सुषमा और वसुंधरा के इस्तीफे तक सीमित रखकर राजनीति और क्रिकेट की साठगांठ को चर्चा के केन्द्र में नहीं आने देना चाहते हैं। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अहम हिस्सा हैं, पर वे स्वस्थ और मर्यादित बहसों का विकल्प नहीं हो सकते हैं। जरूरी है कि दोनों पक्ष परस्पर नरमी के भाव के साथ क्रिकेट में भ्रष्टाचार पर गम्भीरता से विचार कर इसके निवारण का प्रयास करें।
इतिहास लिखेगी मेरी क्रिकेट संस्था: ललित मोदी
 आईसीसी की विरोधी क्रिकेट संस्था का खाका तैयार
लंदन। निर्वासित जीवन जीने और गिरफ्तारी के खतरे का सामना करने के बावजूद आईपीएल के बर्खास्त आयुक्त ललित मोदी ने आईसीसी की विरोधी क्रिकेट की संचालन संस्था का खाका तैयार किया है। उनका दावा है कि यह दुनिया भर में क्रिकेट का भविष्य है।
वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे और फिलहाल लंदन में रह रहे ललित ने कहा कि नई संस्था ओलंपिक अभियान से मान्यता प्राप्त होगी और टेस्ट तथा टी20 प्रतियोगिताओं का संचालन करेगी जबकि एकदिवसीय प्रारूप को खत्म कर दिया जाएगा।
ललित ने आॅस्ट्रेलियन ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन से कहा, हम एक अन्य क्रिकेट प्रणाली की बात कर रहे हैं। इसका खाका तैयार है, इस पर मेरा ठप्पा लगा है। उन्होंने कहा, मैं इसमें जुड़ा हुआ हूं। मैं पहली बार यह कह रहा हूं, मैं इस खाके को तैयार करने में शामिल रहा हूं। हमें मौजूदा संगठन का सामना करना पड़ सकता है, कोई सदस्य नहीं। इसके लिए कुछ अरब डालर की जरूरत पडेÞगी, मुझे नहीं लगता कि काम शुरू करने के लिए इसे हासिल करना कोई समस्या है।
ललित ने कहा, मैंने जो योजना तैयार की है वह काफी विस्तृत योजना है, ऐसा नहीं है कि आनन फानन में यह योजना तैयार हुई है। इसे तैयार करने में वर्षों का समय लगा है। वर्ष 2010 में आईपीएल आयुक्त पद से बर्खास्त किए गए ललित के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के आरोपों के आधार पर गिरफ्तारी वारंट है। ललित ने हालांकि अपने खिलाफ इन आरोपों से इनकार किया है।
इस विवादास्पद प्रशासक ने कहा कि उनकी योजना तभी विफल होगी जब फिलहाल उनके धुर विरोधी और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के अंतर्गत काम कर रहा आईसीसी सुधारवादी कदम उठाएगा। उन्होंने कहा, उम्मीद करता हूं कि यह खाका अमलीजामा नहीं पहने। लेकिन अगर लोग काम नहीं करते तो यह खाका अमलीजामा पहनेगा और कल विश्व में छा जाएगा। मैं आज यहां बैठकर आपको इसकी गारंटी देता हूं। ललित ने कहा कि उनके खाके में प्रतियोगिताओं का कैलेंडर भी शामिल है जो टेस्ट और टी20 मैचों में आईसीसी के कार्यक्रम का प्रतिस्पर्धी होगा।
उन्होंने कहा, इस योजना में सिर्फ टेस्ट क्रिकेट और टी20 को शामिल किया गया है। इसमें वनडे पर बिलकुल भी विचार नहीं किया गया। मुझे लगता है कि आज के युग में यह बिलकुल बेकार है। मुझे लगता है कि सिर्फ टी20 और टेस्ट मैच खेले जाने चाहिए। ललित ने कहा कि आईसीसी को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की मान्यता हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, मैं इसका प्रस्ताव रख रहा हूं। आईसीसी कभी इससे सहमत नहीं होगा, नहीं का मतलब कभी नहीं। यह ऐसी योजना है जिसे अगर एक दिन मैंने कभी लागू किया तो यह खेल में दोबारा इतिहास लिखेगा। ललित ने कहा, आईपीएल की जिस तरह मार्केटिंग की गई उसने खेल में दोबारा इतिहास लिखा। मुझे लगता है कि यह एक बार दोबारा इतिहास लिखेगा।


मेरा लक्ष्य जैक निकलास का रिकॉर्ड तोड़ना: शुभम
नयी दिल्ली। भारत के युवा गोल्फर शुभम जगलान के आदर्श महान गोल्फर टाइगर वुड्स हैं और उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य एक दिन दुनिया का नम्बर एक खिलाड़ी बनना और सर्वाधिक मेजर जीतने का जैक निकलास का रिकॉर्ड तोड़ना है।
यह 10 वर्षीय गोल्फर स्काटलैण्ड और अमेरिका के सफल दौरे के बाद स्वदेश लौटा है। शुभम ने सेन डिएगो में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप जीतने के बाद लास वेगास में वर्ल्ड स्टार्स आॅफ जूनियर गोल्फ जीता था। शुभम ने कहा, टाइगर मेरा आदर्श है और मैं यू ट्यूब पर हमेशा उसका खेल देखता हूं। मेरा लक्ष्य दुनिया का नम्बर एक खिलाड़ी बनना और जैक निकलास का 18 मेजर खिताब का रिकॉर्ड तोड़ना है।
दो प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में अपनी खिताबी जीत पर शुभम ने कहा, ये दो प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएं जीतकर मैं बेहद खुश हूं। पिछले साल मैं चूक गया था और दूसरे स्थान पर रहा था जिससे इस बार मैं बेहतर प्रदर्शन करने और खिताब जीतने के लिए प्रतिबद्ध था। दस साल के शुभम भारत के दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरित हैं।
हरियाणा के एक ग्रामीण दूधवाले के बेटे शुभम ने कहा, टूर्नामेंट में जाते हुए मेरा लक्ष्य इसे जीतना था। जब मैं वेगास में खेल रहा था तो अमित सर ने मुझे कलाम सर के निधन से संबंधित संदेश और उनका यह वाक्य भेजा सपना वह नहीं है जो आप सोते हुए देखते हैं यह वह चीज है जो आपको सोने नहीं देता। मैं इस पंक्ति से काफी प्रेरित हुआ। उस दिन मैं चार शाट से पिछड़ रहा था और अगले दिन मैंने पांच शाट की बढ़त बना ली।

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