प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के छह महीने पूरे हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने शासन की एक नई शैली का प्रदर्शन किया है। शासन के दौरान अनदेखी किए गए लोगों के बीच एक आशा की एक किरण जगाने में भी वह कामयाब हुए हैं।
इंदिरा गांधी के बाद उन्हें सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने शासन में सुधार, रोजगार सृजन, बुनियादी सुविधाओं को बढ़ावा तथा स्वच्छ भारत का वादा किया है। 26 मई को पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने नौकरशाही से आलस त्यागने की बात कही थी, ताकि सरकार को लक्ष्य संचालित तथा निर्णायक बनाया जा सके। पूर्व कैबिनेट सचिव प्रभात कुमार ने मोदी को एक निर्णायक नेता की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ बड़ी पहल की है, लेकिन इतनी जल्दी सरकार के प्रदर्शन को आंकने की यह जल्दबाजी होगी। कुमार ने कहा, ‘बीते 25 वर्षों में मैंने उनके जैसा निर्णायक नेता नहीं देखा। उनका जो सपना है, वह भारत का भविष्य लग रहा है।’ कुमार को लगता है कि अगले वर्ष आने वाला बजट एक प्रमुख नीतिगत दस्तावेज होगा। उसके बाद ही परिणाम सामने आएंगे। भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने जन धन योजना, श्रमेव जयते, संसद आदर्श ग्राम योजना, पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, सरदार पटेल आवास योजना तथा जीवन प्रमाण जैसी योजनाएं शुरू की हैं।
मोदी के आलोचक उन्हें सारी शक्तियों को एक हाथ में केंद्रित करने का आरोपी ठहराते हैं। कांग्रेस नेता एम.वीरप्पा मोइली कहते हैं कि मोदी सरकार बातों की शेर है, काम की नहीं। मोइली ने कहा, ‘यदि आप भाषणों तथा नारों पर जाएं, तो मोदी का प्रदर्शन बेहद बढ़िया है।’ चेन्नई के राजनीतिक विश्लेषक एम.आर. वेंकटेश ने कहा, ‘सरकार में शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार अब लगभग समाप्त हो गया है।’ कालेधन के मुद्दे पर वेंकटेश ने कहा, ‘जब सत्ता में नहीं थी तब पार्टी ने कालेधन को बड़ा मुद्दा बनाया। हालांकि वह जानती थी कि कानूनी कारणों से सरकार नामों का खुलासा नहीं कर सकती।’ राजनीतिक समीक्षक एस.निहाल सिंह ने कहा,‘मोदी ने घरेलू नीतियों की अपेक्षा विदेश नीतियों के लिए ज्यादा काम किया है।’
मोदी सरकार की मुख्य पहल
-पांच साल में स्वच्छता में सुधार के लिए स्वच्छ भारत अभियान।
-हर परिवार को कम से कम एक बैंक खाता सुनि>ित करने के लिए प्रधानमंत्री जन धन योजना।
-भारत को एक निवेश गंतव्य दिखाने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान।
-पेशेवर प्रशिक्षण को दुरुस्त करने के लिए श्रमेव जयते।
-आदर्श गांव तैयार करने के लिए सांसदों द्वारा गांव को गोद लेने के लिए सांसद आदर्श ग्राम योजना।
-डिजिटल इंडिया पहल के जरिए नीति निर्माण में आम लोगों की आवाज का समावेशीकरण।
-कौशल विकास के लिए नए विभाग का गठन।
-तीन साल में 10 लाख ग्राम युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना।
-लाइसेंसिंग प्रक्रिया और प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में सुधार। श्रम कानून अनुपालन के लिए एकीकृत वेब पोर्टल।
-शहरी जीवन स्तर में सुधार के लिए 100 स्मार्ट शहर के विकास की योजना।
-तेज रफ्तार रेलगाड़ी, तेज रफ्तार वाला सड़क गलियारा।
-गंगा पुनरुद्धार कार्यक्रम।
-हर किसान को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण।
-2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराने के लिए सरदार पटेल आवास योजना।
-आॅनलाइन सुविधा से पर्यावरण मंजूरी अब आसान और पारदर्शी।
-गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना।
इंदिरा गांधी के बाद उन्हें सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने शासन में सुधार, रोजगार सृजन, बुनियादी सुविधाओं को बढ़ावा तथा स्वच्छ भारत का वादा किया है। 26 मई को पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने नौकरशाही से आलस त्यागने की बात कही थी, ताकि सरकार को लक्ष्य संचालित तथा निर्णायक बनाया जा सके। पूर्व कैबिनेट सचिव प्रभात कुमार ने मोदी को एक निर्णायक नेता की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ बड़ी पहल की है, लेकिन इतनी जल्दी सरकार के प्रदर्शन को आंकने की यह जल्दबाजी होगी। कुमार ने कहा, ‘बीते 25 वर्षों में मैंने उनके जैसा निर्णायक नेता नहीं देखा। उनका जो सपना है, वह भारत का भविष्य लग रहा है।’ कुमार को लगता है कि अगले वर्ष आने वाला बजट एक प्रमुख नीतिगत दस्तावेज होगा। उसके बाद ही परिणाम सामने आएंगे। भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने जन धन योजना, श्रमेव जयते, संसद आदर्श ग्राम योजना, पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, सरदार पटेल आवास योजना तथा जीवन प्रमाण जैसी योजनाएं शुरू की हैं।
मोदी के आलोचक उन्हें सारी शक्तियों को एक हाथ में केंद्रित करने का आरोपी ठहराते हैं। कांग्रेस नेता एम.वीरप्पा मोइली कहते हैं कि मोदी सरकार बातों की शेर है, काम की नहीं। मोइली ने कहा, ‘यदि आप भाषणों तथा नारों पर जाएं, तो मोदी का प्रदर्शन बेहद बढ़िया है।’ चेन्नई के राजनीतिक विश्लेषक एम.आर. वेंकटेश ने कहा, ‘सरकार में शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार अब लगभग समाप्त हो गया है।’ कालेधन के मुद्दे पर वेंकटेश ने कहा, ‘जब सत्ता में नहीं थी तब पार्टी ने कालेधन को बड़ा मुद्दा बनाया। हालांकि वह जानती थी कि कानूनी कारणों से सरकार नामों का खुलासा नहीं कर सकती।’ राजनीतिक समीक्षक एस.निहाल सिंह ने कहा,‘मोदी ने घरेलू नीतियों की अपेक्षा विदेश नीतियों के लिए ज्यादा काम किया है।’
मोदी सरकार की मुख्य पहल
-पांच साल में स्वच्छता में सुधार के लिए स्वच्छ भारत अभियान।
-हर परिवार को कम से कम एक बैंक खाता सुनि>ित करने के लिए प्रधानमंत्री जन धन योजना।
-भारत को एक निवेश गंतव्य दिखाने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान।
-पेशेवर प्रशिक्षण को दुरुस्त करने के लिए श्रमेव जयते।
-आदर्श गांव तैयार करने के लिए सांसदों द्वारा गांव को गोद लेने के लिए सांसद आदर्श ग्राम योजना।
-डिजिटल इंडिया पहल के जरिए नीति निर्माण में आम लोगों की आवाज का समावेशीकरण।
-कौशल विकास के लिए नए विभाग का गठन।
-तीन साल में 10 लाख ग्राम युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना।
-लाइसेंसिंग प्रक्रिया और प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में सुधार। श्रम कानून अनुपालन के लिए एकीकृत वेब पोर्टल।
-शहरी जीवन स्तर में सुधार के लिए 100 स्मार्ट शहर के विकास की योजना।
-तेज रफ्तार रेलगाड़ी, तेज रफ्तार वाला सड़क गलियारा।
-गंगा पुनरुद्धार कार्यक्रम।
-हर किसान को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण।
-2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराने के लिए सरदार पटेल आवास योजना।
-आॅनलाइन सुविधा से पर्यावरण मंजूरी अब आसान और पारदर्शी।
-गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना।
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