Thursday 13 November 2014

स्टेडियम ही हमारा मंदिर है: ज्वाला

मुक्केबाज सरिता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए
कानपुर। भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी पर प्रतिबंध लगाए जाने की आशंका वाली खबरों के बीच उनके समर्थन में मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने उतरते हुए कहा कि एक महिला खिलाड़ी होने के नाते मैं खेल के शीर्ष संघ से मांग करती हूं कि वह सरिता की भावनाओं को समझे और उनकी सजा को माफ कर दे।
ज्वाला ने कहा कि कोई खिलाड़ी खुद ही अपना कैरियर समाप्त करना नहीं चाहता। मुक्केबाज सरिता देवी बहुत ही मेहनत से इस मुकाम पर पहुंची है और बहुत कड़ी मेहनत और लगन के कारण उन्होंने मुक्केबाजी में अपना यह स्थान बनाया है। सरिता को भावनात्मक रूप से जो लगा उसने किया, उसने जानबूझकर यह सब नहीं किया। इसलिये मैं तो यह चाहती हूं कि उनकी सजा को खत्म कर दें या कम कर दें।
ज्वाला ने कहा कि एक महिला खिलाड़ी होने के नाते मैं समझ सकती हूं कि सरिता ने इस मुकाम पर पहुंचने के लिये कितनी मेहनत की होगी वह किन किन आर्थिक परेशानियों को झेल कर इस स्थान पर पहुंची होंगी और इतनी मेहनत करने के बाद अगर उनके साथ कुछ गलत होता तो उनकी भावनायें आहत होना एक सामान्य बात है ऐसी स्थिति में कोई भी हो उसके अंदर की भावनायें बाहर आ ही जाती हैं। ज्वाला ने कहा कि सरिता के करियर को देखते हुये उनके मामले में सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए।
यह पूछने पर कि क्या हमारे देश में खेल ढांचे की कमी है? इस पर ज्वाला ने कहा हमारे ढांचे बहुत अच्छे हैं लेकिन शुरूआती दौर में जो खिलाड़ियों विशेषकर लड़कियों के सामने जो समस्या आती है उनको समझने वाला कोई नहीं है। हमारे देश में चीन की तरह गांव जिले में छिपी प्रतिभाओं को पहचानने के लिये और उन्हें आर्थिक मदद करके अगर आगे बढ़ाया जाये तो वह दिन दूर नहीं जब हर जिले से उच्च स्तर के खिलाड़ी सामने आ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमें पदक जीतने के बाद सरकारों से ईनाम नहीं चाहिए हम यह चाहते हंै कि पदक जीतने से पहले विभिन्न राज्य सरकारें हमारी खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग की व्यवस्था करेंं ताकि वह जिस भी खेल में आगे बढ़ना चाहें बढेÞं और उनके सामने पैसे की किसी तरह समस्या नहीं आए। अगर सरकारें हम खिलाड़ियों को शुरुआत से ही अच्छी सुविधायें दें तो हमारे खिलाड़ी चीन क्या किसी भी देश का मुकाबला करने में पूरी तरह सक्षम है। उनसे बैडमिंटन में अगले लक्ष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम सब अगले ओलंपिक के लिये तैयारी कर रहे हंै और उम्मीद है कि इस बार अच्छे परिणाम आयेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सफाई अभियान से जुड़ने पर ज्वाला ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह अभियान वाकई काबिले तारीफ है क्योंकि उन्होंने स्वच्छता की बात की है और सफाई किसे पसंद नहीं है अगर हम अपने आसपास ही सफाई रखें तो हम स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने इस स्वच्छता अभियान की शुरूआत अपने स्टेडियम से की है क्योंकि हम खिलाड़ियों के लिये स्टेडियम ही हमारा मंदिर है अगर हम अपने खेल के मंदिर को ही नहीं साफ करेंगे तो फिर हमारा वहां खेलने से क्या फायदा। 

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