Monday 17 November 2014

श्रीनिवासन को क्लीन चिट

गुरुनाथ मयप्पन, सुन्दर रमन, राज कुन्द्रा के सटोरियों से सम्बन्ध
नई दिल्ली। 2013 में हुए आईपीएल-6 में फिक्सिंग मामले की जांच कर रही जस्टिस मुद्गल कमेटी ने आईसीसी चीफ एन. श्रीनिवासन को बड़ी राहत दी। कमेटी ने कहा है कि वह फिक्सिंग या सट्टेबाजी में शामिल नहीं पाए गए हैं। लेकिन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन, आईपीएल के सीईओ सुन्दर रमन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुन्द्रा के सट्टेबाजों से सम्पर्क होने की बात रिपोर्ट में कही गई है लेकिन किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
रिपोर्ट में मुद्गल कमेटी ने शीर्ष अदालत को बताया कि श्रीनिवासन किसी भी तरह से फिक्सिंग से जुड़ी गतिविधियों में शामिल नहीं पाए गए हैं। इसके अलावा वह मैच फिक्सिंग की जांच को प्रभावित करने के लिए भी किसी गतिविधि में शामिल नहीं रहे हैं। मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट यह सवाल जरूर खड़ा करती है कि श्रीनिवासन और बीसीसीआई के चार अधिकारियों को यह बात मालूम थी कि चार खिलाड़ी नियमों के उल्लंघन में शामिल हैं। यह जानते हुए भी उनके खिलाफ किसी भी अधिकारी ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया?
रिपोर्ट के अनुसार, श्रीनिवासन के दामाद होटल के कमरे में सट्टेबाजों से मिले थे, लेकिन उनके सट्टेबाजी में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। जांच से यह भी पता चला है कि गुरुनाथ चेन्नई सुपरकिंग्स के अधिकारी भी थे। वह फिक्सिंग में शामिल थे, इसके सबूत नहीं मिले हैं।
मुद्गल समिति ने अदालत को यह भी जानकारी दी है कि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन, राजस्थान रायल्स के सह मालिक राज कुन्द्रा और आईपीएल सीईओ सुन्दर रमन सभी ने कथित तौर पर सट्टेबाजों से सम्पर्क किया था। सवाल उठता है कि जब वे फिक्सिंग नहीं करते थे तो सट्टेबाजों से क्यों मुलाकात और फोन पर बात की?
 24 को आना है निर्णय
समिति ने कहा कि पुलिस अधिकारी बीबी मिश्रा की जांच और तथ्यों के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है। न्यायाधीश टीएस ठाकुर और न्यायाधीश इब्राहिम कलीफुल्ला 24 नवम्बर को इस रिपोर्ट पर अपना निर्णय सुनाएंगे। मामले को देख रही इस दो सदस्यीय खंडपीठ ने पहले ही नौ खिलाड़ियों के नामों को सुरक्षित रख लिया है जो जांच में शामिल किए गए हैं।

भारत ने श्रीलंका के खिलाफ लगाया जीत का सैकड़ा
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को रांची में श्रीलंका को तीन विकेट से हराकर पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 5-0 से अपने नाम की। यह श्रीलंका पर भारत की 100वीं अंतरराष्ट्रीय जीत है।
श्रीलंका एकमात्र ऐसी टीम है, जिसके खिलाफ भारत ने 100 या उससे अधिक मैच जीते हैं। भारत ने अपने पड़ोसी देश के खिलाफ अब तक 83 एकदिवसीय, 24 टेस्ट और तीन टी-20 मैच जीते हैं। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ अब तक कुल 149 मैच खेले हैं। इनमें से 54 में उसे हार मिली है। एक मैच टाई रहा है और एक मैच बेनतीजा था।
इसी तरह टेस्ट में भारत और श्रीलंका की टीमें 86 बार आमने-सामने हुई हैं। 24 मौकों पर भारत को जीत मिली है लेकिन 38 मौकों पर उसे हार मिली है। एक मैच टाई रहा है और 23 मैच ड्रॉ रहे हैं। भारत ने सबसे अधिक 211 अंतरराष्ट्रीय मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेले हैं। उसे 74 में जीत मिली है जबकि 84 बार हार का सामना करना पड़ा है। दो मैच टाई रहे हैं और तीन मैचों का परिणाम नहीं निकल सका है। 48 मैच ड्रॉ रहे हैं। भारत ने पांचवीं बार किसी श्रृंखला को 5-0 के अंतर से जीता है। भारत ने दो बार इंग्लैंड के खिलाफ यह कारनामा किया है जबकि एक-एक मौकों पर उसने न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे और श्रीलंका के खिलाफ इस अंतर से जीत हासिल की है।
जल्द ही सचिन का एक रिकार्ड तोड़ देंगे कोहली
नई दिल्ली। विराट कोहली का कद दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। उनकी उपलब्धियां अब दिखने लगी हैं और यही कारण है कि कोहली बहुत जल्द महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के एक रिकार्ड को तोड़ सकते हैं।
कोहली ने अपने एकदिवसीय करियर में अब तक कुल 14 शतक लगाए हैं। इनमें से 13 शतक लक्ष्य का पीछा करते हुए लगाए गए हैं और इन सभी में भारत को जीत मिली है। इस मामले में सिर्फ सचिन (14) शतक ही उनसे आगे हैं। सचिन ने लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को 14 बार जीत दिलाया है। उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए हालांकि कुल 17 शतक लगाए हैं लेकिन तीन मौकों पर टीम को हार मिली है। सचिन और कोहली के अलावा लक्ष्य का पीछा करते हुए कैरेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल ने कुल 11, श्रीलंका के सनत जयसूर्या ने 10 और पाकिस्तान के सईद अनवर ने 10 शतक लगाए हैं। सचिन और गेल ने क्रमश: 236 और 134 मैचों में यह कारनामा किया है जबकि कोहली ने अब तक सिर्फ 84 मैच खेले हैं। जयसूर्या ने 214 और अनवर ने 107 मैचो में यह रिकार्ड कायम किया है।
जयसूर्या ने भारत के हाथों हार की जिम्मेदारी ली
कोलम्बो। श्रीलंका की चयन समिति के अध्यक्ष सनथ जयसूर्या ने अपनी टीम के भारत के हाथों 0-5 से करारी हार की जिम्मेदारी ली है।
जयसूर्या जोकि खेल उपमंत्री भी हैं, ने संसद भवन को संबोधित करते हुए कहा, खेल मंत्री या अन्य किसी को दोष देने की जरूरत नहीं है। मैं जिम्मेदारी लेता हूं। भारत के हाथों श्रीलंका की हार के बाद श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की तरफ से यह पहली प्रतिक्रिया है।
श्रीलंका के पूर्व कप्तान और एक अन्य सांसद अर्जुन रणतुंगा ने इससे पहले खेल मंत्री महिंदानंदा अलथुगमागे और कप्तान एंजेलो मैथ्यूज सहित क्रिकेट बोर्ड से जुड़े लोगों को हार के लिये जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि इस परिणाम का विश्व कप की तैयारियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वेस्टइंडीज टीम के भारत के बीच दौरे से हट जाने के बाद श्रीलंका आनन फानन में यह श्रृंखला खेलने के लिये तैयार हुआ था। स्थानीय मीडिया ने भी इस निराशाजनक परिणाम पर अपना गुस्सा निकाला है। उसने श्रीलंका क्रिकेट को श्रद्धांजलि और सूपड़ा साफ जैसे शीर्षक दिये हैं।

चाइना ओपन विजेता साइना और श्रीकांत की निगाह हांगकांग ओपन पर
हांगकांग। चाइना ओपन में जीत से उत्साहित शटलर साइना नेहवाल और के. श्रीकांत अब कल से कोउलून में शुरू होने वाले तीन लाख 50 हजार डालर इनामी हांगकांग ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में भी अपना विजय अभियान जारी रखने की कोशिश करेंगे। साइना और श्रीकांत ने कल चाइना ओपन सुपर सीरीज में क्रमश: महिला और पुरुष एकल का खिताब जीतकर इतिहास रचा था।
साइना ने जहां सत्र का अपना पहला खिताब जीता वहीं युवा श्रीकांत सुपर सीरीज प्रीमियर जीतने वाले पहले भारतीय बने। यही नहीं उन्होंने दो बार के ओलम्पिक चैम्पियन लिन डैन को हराया जिन्हें विश्व का सर्वश्रेष्ठ शटलर माना जाता है। साइना और श्रीकांत दोनों को अपनी जीत का जश्न मनाने के लिये अधिक समय नहीं मिलेगा क्योंकि उन्हें हांगकांग ओपन के मुख्य ड्रा में हिस्सा लेना है। निश्चित तौर पर वे दोनों बढ़े आत्मविश्वास के साथ इस टूर्नामेंट में उतरेंगे और अपनी अच्छी फार्म जारी रखना चाहेंगे।
फुजोउ में कल लिन डैन को सीधे गेम में हराने वाले श्रीकांत हांगकांग में अपने अभियान की शुरुआत सातवीं वरीय चीनी ताइपे के खिलाफ चोउ टिएन चेन के खिलाफ करेंगे। यह भारतीय इससे पहले कभी दुनिया के नम्बर आठ खिलाड़ी चेन के खिलाफ नहीं खेला है।
चौबीस वर्षीय साइना ने चार साल पहले यह टूर्नामेंट जीता था। उन्हें अपने पहले मैच में अमेरिका की जेमी सुबांधी का सामना करना है। अन्य भारतीयों में राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन पारुपल्ली कश्यप का सामना थाईलैंड के तानोंगसक सीसोमबूनसक से होगा। ये दोनों अब तक एक दूसरे का पांच बार सामना कर चुके हैं। थाईलैंड के खिलाड़ी ने भारतीय को तीन बार हराया है लेकिन कश्यप पिछले दोनों मुकाबलों में जीते हैं।
भारत की युवा सनसनी पीवी संधू भी यहां खेलेंगी। उन्होंने हांगकांग ओपन और मकाउ ओपन की तैयारियों के लिये चाइना ओपन में भाग नहीं लिया था। दो बार विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता शटलर का सामना पहले दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबुमरंगपैन से होगा। सिंधु ने थाई लड़की को तीन बार हराया है। इनमें से आखिरी जीत उन्होंने अप्रैल में बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप में दर्ज की थी। महिला युगल में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा का सामना यिन लू लिम और मेंग यीन ली की मलेशियाई टीम से होगा जबकि मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी इंडोनेशिया की दूसरी वरीय जोड़ी मोहम्मद अहसान और हेन्द्रा सेतिवान से भिड़ेंगे।

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