Tuesday, 18 November 2014

गावस्कर ने मयप्पन को आड़े हाथों लिया

श्रीनिवासन की चुप्पी पर उठाये सवाल
सरकार को सट्टेबाजी को वैध करने के बारे में सोचना चाहिए
नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन की सट्टेबाजी में लिप्त रहने के लिये कड़ी आलोचना की और साथ ही स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के सम्पूर्ण मसले पर श्रीनिवासन की चुप्पी पर भी सवाल उठाये।
गावस्कर ने मेलबर्न में कहा कि मयप्पन के खिलाफ कानून को अपना पूरा काम करना चाहिए। गावस्कर ने कहा कि श्रीनिवासन को यह बताना होगा कि यदि वह जानते थे कि खिलाड़ी फिक्सिंग में लिप्त हैं तो उन्होंने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने कहा, रिपोर्ट आयी है जिनमें कहा गया है कि मुद्गल समिति की रिपोर्ट में पाया गया है कि श्रीनिवासन सट्टेबाजी के बारे में जानते थे लेकिन उन्होंने इसको लेकर कुछ नहीं किया। श्रीनिवासन को जवाब देना चाहिए कि यदि वह जानते थे कि एक खिलाड़ी दोषी है तो फिर उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की? गावस्कर मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खास स्वागत समारोह में भाग लेने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर आस्ट्रेलिया गये हुए हैं। इस स्वागत समारोह की मेजबानी आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने की।
गावस्कर ने कहा कि मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति होनी चाहिए और यदि कोई खिलाड़ी गलत कामों में भागीदार रहने का दोषी पाया जाता है तो उसे जेल भेजना चाहिए और रिकार्डों की किताबों से उससे जुड़ी सामग्री हटा देनी चाहिए। गावस्कर ने कहा कि न्यूजीलैंड में सट्टेबाजी को लेकर नया कानून बना है जिसमें कहा गया है कि दोषी खिलाड़ी को जेल भेजा जाएगा। भारत में भी इसी तरह का कानून होना चाहिए।
इस पूर्व कप्तान ने कहा कि सरकार को भारत में सट्टेबाजी को वैध बनाने के बारे में विचार करना चाहिए। गावस्कर ने कहा, कालेधन के जरिये बहुत अधिक सट्टेबाजी होती है। लेकिन यदि आप सट्टेबाजी की आधिकारिक दुकान खोल देते हो फिर इससे सरकार की भी कमाई होगी। यह एक तरह से रोक लगाने का तरीका है। यदि किसी को अवैध तरीके से सट्टा लगाना है तो वह ऐसा करेगा। सरकार को सट्टेबाजी को वैध करने के बारे में सोचना चाहिए। भारतीय टीम के आगामी आस्ट्रेलियाई दौरे के बारे में गावस्कर ने कहा कि भारत को यहां कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
उन्होंने कहा, भारतीय खिलाड़ियों को धैर्य रखना होगा। उन्हें अति उत्साही शाट लगाने से बचना होगा। यह टी20 या वनडे अंतरराष्ट्रीय नहीं है। आस्ट्रेलियाई पिचें बल्लेबाजी के लिये सर्वश्रेष्ठ होती हैं लेकिन खिलाड़ी को संयम रखना होगा। इस बीच गावस्कर ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी फोटो को लेकर चुटकी भी ली। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने यह फोटो विश्व कप और बोर्डर गावस्कर ट्राफी के साथ खिंचवायी है। गावस्कर ने कहा, जब फोटो खिंचवायी जा रही थी तो मैंने देखा कि मोदी ने विश्व कप ट्राफी पकड़ रखी है। एबॉट ने बोर्डर गावस्कर ट्राफी पकड़ रखी थी। मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि आपने सही ट्राफी पकड़ी थी। हम अगले साल इसे ही चाहते हैं। भारत के पास बोर्डर गावस्कर ट्राफी पहले से है। हमें अभी इसकी जरूरत नहीं है। 

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