Saturday, 22 November 2014

कारपोरेट घरानों की भागीदारी से कबड्डी का स्तर उठा है: अनूप

नई दिल्ली। इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष कबड्डी टीम के प्रमुख खिलाड़ी अनूप कुमार मानते हैं कि इस खेल का पेशेवर होना इसके स्तर के लिए अच्छा है और कारपोरेट घरानों की भागीदारी ने देश में खेल का स्तर ऊंचा उठाया है।
भारत की अग्रणी वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के इतर अनूप ने कहा कि अधिक से अधिक कारपोरेट घरानों का इस खेल में घुसने का सीधा मतलब यह है कि इसका स्तर उठेगा और खिलाड़ी पुरस्कार तथा पैसा पाने के लिए अच्छा से अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। प्रो-कबड्डी लीग के मोस्ट वैल्यूबल खिलाड़ी चुने गए अनूप को महेंद्रा ने थार स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल पुरस्कार के तौर पर भेंट किया। अनूप ने इस अवसर पर संवाददाताओं से कहा, ‘कबड्डी खिलाड़ी समाज के निचले वर्ग से आते हैं। उन्हें शोहरत के साथ-साथ पैसे की जरूरत होती है और कारपोरेट घराने इस खेल में पैसा झोंक रहे हैं। इससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा है और यह खेल गांवों में पहले से अधिक लोकप्रिय हो गया है। अर्जुन पुरस्कार विजेता अनूप ने प्रो-कबड्डी लीग के पहले संस्करण में उपविजेता रही टीम यू मुंबा टीम का नेतृत्व किया। वह इसी साल इंचियोन में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य थे। साथ ही 2006 और 2010 के एशियाई खेलों की चैम्पियन भारतीय टीम में भी वह शामिल रहे। हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर पद पर तैनात गुड़गांव निवासी अनूप मानते हैं कि एशियाई खेलों और प्रो-कबड्डी लीग के बाद अब लोग उन्हें पहचानने लगे हैं। बकौल अनूप, पहचान मिलने से अच्छा लगता है। मैं इसका लुत्फ ले रहा हूं। हमारे देश ने एशियाई खेलों में अब तक के सभी स्वर्ण जीते हैं लेकिन इसके बावजूद खिलाड़ियों को कोई नहीं पहचानता लेकिन पेशेवर लीग के देश भर में टेलीविजन के माध्यम से पहुंचने के बाद अब खिलाड़ियों को पहचान मिलने लगी है, जो अच्छी बात है।

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