Monday, 15 December 2014

‘साफ-सुथरा’ रहा चैम्पियंस ट्रॉफी, नहीं दिखाया गया लाल कार्ड


चैम्पियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट के 2014 संस्करण के तहत कुल 24 मुकाबले खेले गए और इस दौरान एक भी लाल कार्ड नहीं दिखाया गया। इस लिहाज से टूर्नामेंट के इस संस्करण को साफ-सुथरा कहा जा सकता है।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में 6 से 14 दिसम्बर तक आयोजित इस टूर्नामेंट के दौरान कुल 25 पीले कार्ड और 56 हरे कार्ड दिखाए गए। हिस्सा लेने वाली आठ टीमों को देखें तो अर्जेंटीना के पांच खिलाड़ियों को चार पीला और तीन हरा कार्ड दिखाया गया। आस्ट्रेलिया के नौ खिलाड़ियों को तीन पीला और 10 हरा कार्ड दिखाया गया। बेल्जियम के छह खिलाड़ियों को छह पीले कार्ड और तीन हरे कार्ड दिखाए गए। इसी तरह इंग्लैंड के खिलाड़ियों को एक पीला और छह हरे कार्ड दिखाए गए। चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब 10वीं बार जीतने वाली जर्मन टीम के आठ खिलाड़ियों को एक पीला और आठ हरे कार्ड दिखाए गए। मेजबान भारत के छह खिलाड़ियों को एक पीला और छह हरा कार्ड दिखाया गया। नीदरलैंड्स के नौ खिलाड़ियों के बीच दो पीला और 10 हरा कार्ड दिखाया गया। दूसरे स्थान पर रही पाकिस्तानी टीम के नौ खिलाड़ियों को सबसे अधिक छह पीला कार्ड और आठ हरा कार्ड दिखाया गया। व्यक्तिगत खिलाड़ियों की बात करें तो बेल्जियम के तैंगवो कोसिंस, पाकिस्तान के शकील बट्ट और मोहम्मद तौशीक को दो-दो मौकों पर पीले कार्ड दिखाए गए।
चैम्पियंस ट्रॉफी में हुए 24 मैचों में 107 गोल
भुवनेश्वर में रविवार को सम्पन्न चैम्पियंस ट्रॉफी-2014 के तहत कुल 24 मैच खेले गए और इस दौरान कुल 107 गोल हुए। इनमें से 74 फील्ड गोल, 30 पेनाल्टी कार्नर के माध्यम से किए गए गोल और तीन पेनाल्टी स्ट्रोक के माध्यम से किए गए गोल शामिल हैं। सबसे बड़ी जीत का श्रेय इंग्लैंड को मिला, जिसने पूल स्तर पर पाकिस्तान को 8-2 से हराया था। 24 में से सिर्फ दो मैच बराबरी पर छूटे। एक मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ। बेल्जियम और नीदरलैंड्स के बीच पांचवें स्थान के लिए खेला गया प्लेआॅफ मुकाबला निर्धारित समय में 2-2 की बराबरी पर छूटा था। नीदरलैंड्स ने इसे 4-2 से जीता था। सभी मैचों में कम से एक गोल हुआ क्योंकि गोलरहित समाप्त होने वाले एक भी मैच नहीं है। कुल चार खिलाड़ियों ने सबसे अधिक चार-चार गोल किए। इनमें आस्ट्रेलिया के क्रिस सिरिएलो, जर्मनी के फ्लेरियन फुस्क, नीदरलैंड्स के जेरोन हर्टबर्गर और पाकिस्तान के मोहम्मद इरफान शामिल हैं।
मोरित्ज फुर्स्ते रहे टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
चैम्पियंस ट्रॉफी में व्यक्तिगत पुरस्कारों में भारतीय खिलाड़ियों की धूम
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में रविवार को समाप्त चैम्पियंस ट्रॉफी-2014 में भले ही भारत को चौथा स्थान मिला लेकिन भारतीय खिलाड़ी व्यक्तिगत पुरस्कारों की दौड़ में सबसे आगे रहे। भारतीय खिलाड़ियों को कुल चार व्यक्तिगत पुरस्कार मिले। भारत को कांस्य पदक के मुकाबले में विश्व चैम्पियन आस्टेÑलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। भारत को सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने हराया था जबकि भारतीय टीम ने क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम पर जीत हासिल की थी। पूल स्तर पर भारत को जर्मनी और अर्जेंटीना से हार मिली थी लेकिन उसने अपने अंतिम मैच में मजबूत नीदरलैंड्स को पटखनी दी थी। भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह ने नाल्को फैन च्वाइस अवार्ड हासिल किया। इसके अलावा अपने प्रदर्शन से लगातार प्रभावित कर रहे आकाशदीप सिंह को एमसीएल बेस्ट जूनियर प्लेअर आॅफ टूर्नामेंट का पुरस्कार मिला। भारत के गोलकीपर और उपकप्तान पीआर श्रीजेश ने टूर्नामेंट के श्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार हासिल किया। इसी तरह अग्रिम पंक्ति में भारत  की रीढ़ माने जाने वाले एसवी सुनील को केयर्न इंडिया मोस्ट एनरजेटिक प्लेअर का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। जर्मनी के मोरित्ज फुर्स्ते को टूर्नामेंट का बेहतरीन खिलाड़ी का सबसे अहम पुरस्कार मिला। इसी तरह नीदरलैंड्स के जेरोन हर्टबेरगर ने सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी का पुरस्कार जीता। जर्मनी ने पाकिस्तान को 2-0 से हराकर 10वीं बार खिताब पर कब्जा किया। 

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