क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी रिचर्ड हेडली ने मौजूदा दौर में खेल के दौरान खिलाड़ियों द्वारा एक-दूसरे पर छींटाकशी करने की आदत की आलोचना की।
समाचार पत्र ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार हेडली ने कहा, ‘मैच लड़ाकू प्रवृत्ति की बजाय ज्यादा लगन और परिश्रम से खेला जाना चाहिए। मैच के दौरान छींटाकशी या खिलाड़ियों के लिए अभद्र भाषा के इस्तेमाल की कोई जगह नहीं है।’ साथ ही हेडली ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज के निधन के बाद पूरे क्रिकेट जगत के एक साथ आने की सराहना भी की। बाउंसर पर रोक लगाने संबंधी चल रही चर्चाओं पर हेडली ने कहा कि यह क्रिकेट का हिस्सा है इसे ऐसे ही जारी रहने देना चाहिए।
टेस्ट मैचों को रात में भी आयोजित किए जाने के विचार पर हेडली ने कहा कि वह इस बारे में बहुत ज्यादा आश्वस्त नहीं हैं। हेडली ने कहा कि इसका बड़ा कारण गेंद का रंग है। टेस्ट मैच में लाल गेंदों का इस्तेमाल होता है और रात में इस रंग की गेंद को खेलना कठिन है। न्यूजीलैंड की ओर से 86 टेस्ट मैचों में 431 विकेट ले चुके हेडली ने यह भी कहा कि दिन-रात के मैच में अन्य हालात भी बदल जाते हैं जिसमें ओस आदि की समस्या भी शामिल है।
समाचार पत्र ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार हेडली ने कहा, ‘मैच लड़ाकू प्रवृत्ति की बजाय ज्यादा लगन और परिश्रम से खेला जाना चाहिए। मैच के दौरान छींटाकशी या खिलाड़ियों के लिए अभद्र भाषा के इस्तेमाल की कोई जगह नहीं है।’ साथ ही हेडली ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज के निधन के बाद पूरे क्रिकेट जगत के एक साथ आने की सराहना भी की। बाउंसर पर रोक लगाने संबंधी चल रही चर्चाओं पर हेडली ने कहा कि यह क्रिकेट का हिस्सा है इसे ऐसे ही जारी रहने देना चाहिए।
टेस्ट मैचों को रात में भी आयोजित किए जाने के विचार पर हेडली ने कहा कि वह इस बारे में बहुत ज्यादा आश्वस्त नहीं हैं। हेडली ने कहा कि इसका बड़ा कारण गेंद का रंग है। टेस्ट मैच में लाल गेंदों का इस्तेमाल होता है और रात में इस रंग की गेंद को खेलना कठिन है। न्यूजीलैंड की ओर से 86 टेस्ट मैचों में 431 विकेट ले चुके हेडली ने यह भी कहा कि दिन-रात के मैच में अन्य हालात भी बदल जाते हैं जिसमें ओस आदि की समस्या भी शामिल है।
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