एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को एडिलेड ओवल मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते हुए कई विश्व कीर्तिमान रच दिए। वह कप्तान के तौर पर डेव्यू टेस्ट मैच में विश्व के सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। इसके अलावा कोहली डेव्यू टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे खिलाड़ी भी बन गए।
कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में समाप्त हुए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 115 और दूसरी पारी में 141 रन बनाते हुए कुल 256 रन बनाए। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के ग्राहम डॉउलिंग के नाम था जिन्होंने भारत के खिलाफ 1968 में क्राइस्टचर्च में कुल 244 रन बनाए थे। डॉउलिंग ने उस मैच की पहली पारी में 239 और दूसरी पारी में पांच रन बनाए थे। साथ ही कोहली पहले ऐसे डेव्यू कप्तान भी बन गए जिन्होंने विदेशी जमीन पर यह कारनामा किया है। कोहली से पहले आस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कप्तान के तौर पर अपने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाया था। चैपल ने हालांकि यह कारनामा आस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 1975 में किया था। चैपल ने अपने डेव्यू टेस्ट मैच की पहली पारी में 123 और दूसरी पारी में नाबाद 109 रन बनाए थे।
साथ ही कोहली 53 साल में पहले ऐसे विदेशी खिलाड़ी भी बने जिसने आस्ट्रेलिया में खेले गए टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोका। इससे पहले यह कारनामा वेस्टइंडीज के रोहन कन्हाई ने 1961 में किया था। भारत की ओर से अब तक चार बल्लेबाज एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगा चुके हैं। कोहली के अलावा विजय हजारे, सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ यह कारनामा कर चुके हैं। हजारे ने 1948 में आस्टेÑलिया के खिलाफ एडिलेड में ही 116 और 145 रन बनाए थे। सुनील गावस्कर तीन बार ऐसा कर चुके हैं। गावस्कर ने 1971 में पोर्ट आॅफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 124 और 220 रन बनाए थे। इसके बाद 1978 में वह दो बार ऐसा कर चुके हैं। पाकिस्तान में कराची के खिलाफ 111 और 137 रनों की पारी खेलने के बाद गावस्कर ने उसी साल कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ 107 और 182 रनों पारियां खेली थीं। राहुल द्रविड़ दो मौकों पर ऐसा कर चुके हैं। द्रविड़ ने 1999 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 190 और नाबाद 103 रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 110 और 135 रनों की पारियां खेली थीं।
कोहली ने अपनी इस शतकीय पारी के दौरान 30 रन के निजी योग पर पहुंचने के साथ ही टेस्ट मैचों में 2000 रन पूरे किए। कोहली अपने करियर के 30वें टेस्ट मैच में खेलते हुए अब तक सात शतक और नौ अर्धशतक लगा चुके हैं। वह 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारत के 32वें बल्लेबाज हैं। एडिलेड टेस्ट से पहले कोहली के खाते में 1855 रन थे। कोहली ने एडिलेड में पहली पारी में 115 रन बनाए और फिर दूसरी पारी में 30 रनों पर पहुंचने के साथ ही 2000 रन पूरे किए।
कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में समाप्त हुए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 115 और दूसरी पारी में 141 रन बनाते हुए कुल 256 रन बनाए। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के ग्राहम डॉउलिंग के नाम था जिन्होंने भारत के खिलाफ 1968 में क्राइस्टचर्च में कुल 244 रन बनाए थे। डॉउलिंग ने उस मैच की पहली पारी में 239 और दूसरी पारी में पांच रन बनाए थे। साथ ही कोहली पहले ऐसे डेव्यू कप्तान भी बन गए जिन्होंने विदेशी जमीन पर यह कारनामा किया है। कोहली से पहले आस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कप्तान के तौर पर अपने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाया था। चैपल ने हालांकि यह कारनामा आस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 1975 में किया था। चैपल ने अपने डेव्यू टेस्ट मैच की पहली पारी में 123 और दूसरी पारी में नाबाद 109 रन बनाए थे।
साथ ही कोहली 53 साल में पहले ऐसे विदेशी खिलाड़ी भी बने जिसने आस्ट्रेलिया में खेले गए टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोका। इससे पहले यह कारनामा वेस्टइंडीज के रोहन कन्हाई ने 1961 में किया था। भारत की ओर से अब तक चार बल्लेबाज एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगा चुके हैं। कोहली के अलावा विजय हजारे, सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ यह कारनामा कर चुके हैं। हजारे ने 1948 में आस्टेÑलिया के खिलाफ एडिलेड में ही 116 और 145 रन बनाए थे। सुनील गावस्कर तीन बार ऐसा कर चुके हैं। गावस्कर ने 1971 में पोर्ट आॅफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 124 और 220 रन बनाए थे। इसके बाद 1978 में वह दो बार ऐसा कर चुके हैं। पाकिस्तान में कराची के खिलाफ 111 और 137 रनों की पारी खेलने के बाद गावस्कर ने उसी साल कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ 107 और 182 रनों पारियां खेली थीं। राहुल द्रविड़ दो मौकों पर ऐसा कर चुके हैं। द्रविड़ ने 1999 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 190 और नाबाद 103 रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 110 और 135 रनों की पारियां खेली थीं।
कोहली ने अपनी इस शतकीय पारी के दौरान 30 रन के निजी योग पर पहुंचने के साथ ही टेस्ट मैचों में 2000 रन पूरे किए। कोहली अपने करियर के 30वें टेस्ट मैच में खेलते हुए अब तक सात शतक और नौ अर्धशतक लगा चुके हैं। वह 2000 टेस्ट रन बनाने वाले भारत के 32वें बल्लेबाज हैं। एडिलेड टेस्ट से पहले कोहली के खाते में 1855 रन थे। कोहली ने एडिलेड में पहली पारी में 115 रन बनाए और फिर दूसरी पारी में 30 रनों पर पहुंचने के साथ ही 2000 रन पूरे किए।
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