Wednesday, 3 December 2014

फिल ह्यूज, हम तुम्हें भूल नहीं सकेंगे: मोदी

नम आंखों से ह्यूज को दी अंतिम विदाई
क्लार्क ने दिया जनाजे को कंधा
समूचे क्रिकेट जगत ने बुधवार को नम आंखों के साथ आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलीप ह्यूज को अंतिम विदाई दी जिन्हें उनके शहर में दफना दिया गया जबकि इससे पहले राष्ट्रीय कप्तान माइकल क्लार्क समेत उनके करीबियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
पिछले सप्ताह एक घरेलू मैच के दौरान बाउंसर लगने के बाद ह्यूज दो दिन तक जिंदगी के लिये जूझते रहे लेकिन आखिर में उन्होंने चोट के कारण दम तोड़ दिया। ह्यूज के अंतिम संस्कार का टीवी पर सीधा प्रसारण किया गया जबकि उनके परिवार, दोस्तों और साथी खिलाड़ियों समेत हजारों लोगों ने इसमें शिरकत की। यहां टेस्ट और वनडे श्रृंखला खेलने आई भारतीय टीम की ओर से कप्तान विराट कोहली, बल्लेबाज रोहित शर्मा और टीम निदेशक रवि शास्त्री इस मौके पर मौजूद थे।
ह्यूज के करीबी रहे क्लार्क ने कहा, मुझे आपके बारे में नहीं पता लेकिन मैं उसे ढूंढ़ता रहता हूं। मुझे पता है कि आपको यह अजीब लगेगा लेकिन मुझे लगता है कि अभी उसका फोन आयेगा या किसी कोने से उसका चेहरा नजर आयेगा। क्या इसी को हम आत्मा कहते हैं । यदि ऐसा है तो उसकी आत्मा अभी भी मेरे साथ है और मैं उम्मीद करता हूं कि हमेशा रहे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ह्यूज को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, आस्ट्रेलिया में मर्मस्पर्शी अंतिम विदाई। फिल ह्यूज, हम तुम्हें भूल नहीं सकेंगे। आपने अपने खेल और जोश से दुनिया भर में प्रशंसक बनाये। श्रद्धांजलि देने के बाद ह्यूज का जनाजा जब निकला तो एल्टन जान का डोंट लेट द सन गो डाउन आन मी बज रहा था। ह्यूज के शहर मैक्सविले की सड़कों पर लोगों ने उसे आखिरी विदाई दी। जान ने पिछले गुरूवार को म्यूनिख में अपनी एक कन्सर्ट में ह्यूज को श्रद्धांजलि दी थी।
जनाजे के पीछे खिलाड़ी और अन्य गमगीन लोग चल रहे थे। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के पास से जब जनाजा निकला तो उन्होंने उसे गार्ड आॅफ आनर दिया। जनाजे को मैक्सविले हाईस्कूल के प्रार्थना कक्ष से ले जाया गया। उसे फिलिप के पिता ग्रेग, भाई जासन, माइकल क्लार्क, मिशेल लोनेरगन, मैथ्यू डे, आरोन फिंच और टाम कूपर ने कंधा दिया। कूपर उस समय ह्यूज के साथ बल्लेबाजी कर रहा था जब उसे चोट लगी थी।
फादर माइकल एलकाक ने स्कूल में प्रार्थना की। ह्यूज के परिवार, दोस्तों और क्लार्क ने जब श्रद्धांजलि दी तो वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आर्इं। क्लार्क ने आगे कहा, मैं गुरुवार की रात एससीजी के बीचोंबीच गया। घास की दूब मेरे पैरों के नीचे थी जिस पर मैंने और उसने और उसके कई साथियों ने साझेदारियां बनार्इं, जोखिम उठाये और अपने सपनों को जिया। क्लार्क ने कहा, वह हमेशा लोगों को जोड़ना चाहता था और खेल के लिये अपने प्यार का जश्न मनाना चाहता था। उसी जुड़ाव के चलते दुनिया भर के क्रिकेटरों ने अपने बल्ले रखकर उसे श्रद्धांजलि दी। जो लोग उसे जानते भी नहीं थे, उन्होंने भी फूल चढ़ाये और दुनिया में क्रिकेट खेलने वाले हर देश ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। क्लार्क ने कहा कि ह्यूज की खेलभावना हमेशा रहेगी और खेल को बेहतर बनायेगी। उन्होंने कहा, फिलिप की खेलभावना हमेशा खेल का हिस्सा रहेगी और उस खेल के रक्षक की भूमिका निभायेगी जिसे हम सभी प्यार करते हैं। हमें इससे सीखना होगा। उन्होंने आंसू पोछते हुए कहा, ईश्वर तुम्हारी आत्मा को शांति दे मेरे भाई।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा, आस्ट्रेलिया के लिये टेस्ट खेलने वाले 408वें क्रिकेटर बनने तक का उसका सफर प्रेरक रहा। क्रिकेट का दिल दर्द में डूबा है लेकिन धड़कना बंद नहीं होगा। अगले हफ्ते एडीलेड में फिर खेल होगा और इसके अलावा फिलिप ह्यूज हमेशा 63 रन पर नाबाद रहेगा। फिलिप के भाई-बहन ने भी उसे भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उसकी बहन मेगान ने कहा, मुझे गर्व है कि तुम मेरे भाई, मेरे सबसे अच्छे दोस्त और मेरे हीरो थे। तुम्हारी मौजूदगी का अहसास उन लोगों को हमेशा होगा जो तुमसे प्यार करते हैं। मैं इस बात को हमेशा याद रखूंगी कि तुम अपने कैरियर और जीवन में तरक्की करते हुए भी कभी नहीं बदले।
उसके भाई जासन ने कहा, मुझे तुमसे बेहतर छोटा भाई नहीं मिल सकता था। छोटी उम्र से ही यह लगने लगा था कि तुम हमारे राक स्टार बनोगे। मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि मैं तुम्हे अंतिम विदाई दे रहा हूं। मैं आपके बचपन की यादों को हमेशा सहेजकर रखूंगा। घर के अहाते में हमारे क्रिकेट मैच जिनमें तुम हमेशा जीतते थे और कई दिन तक बल्लेबाजी करते थे। आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबट भी अंतिम संस्कार में मौजूद थे। उनके अलावा पूर्व खिलाड़ियों ग्लेन मैकग्रा, एडम गिलक्रिस्ट, ब्रेट ली और राड मार्श ने भी प्रार्थना और शवयात्रा में हिस्सा लिया।

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