Friday, 26 June 2015

ललित मोदी की दुनिया


ग्लैमर, क्रिकेट, पैसा, सत्ता
नई दिल्ली। ललित मोदी का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। 26 जून को उन्होंने ट्विट करके कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है। ललित मोदी ने ट्वीट किया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी और दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी मुलाकात कर चुके हैं। ये मुलाकात लंदन में हुई थी। उनके इस ट्वीट के बाद राजनीति गर्म हो गई है। ललित मोदी के ट्वीट से कांग्रेस सकते में आ गई है। बचाव में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ललित मोदी की बातें बचकानी हैं। अगर वे रेस्तरां में अचानक प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा से मिले थे, तो यह कोई अपराध नहीं है। भाजपा नेताओं के ललितगेट में नाम आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा जा रहा है कि उनके मंत्री भारत से भागे मोदी की मदद क्यों कर रहे हैं? ललित मोदी की कहानी एक धंधेबाज और बिंदास जीवन जीने वाले व्यक्ति की कथा भर नहीं है, बल्कि भारतीय राजनीति और सरकारों के मुनाफाखोरों और सट्टेबाजों के चंगुल में फंसने की त्रासदी भी है। मोदी पर लगे आरोपों के नतीजों को लेकर भी संशय है। बहरहाल, एक नजर क्रोनी कैपिटलिज्म के इस पोस्टर ब्वॉय की कारगुजारियों पर...
 मोदी को अमेरिका में सजा
 - करीब तीन दशक पहले ललित मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। तब वे उत्तरी कैरोलाइना के ड्यूक विश्वविद्यालय में छात्र थे। उन पर नशीले पदार्थ रखने और एक 16-वर्षीय किशोर एलेक्जेंडर वान डाइन को अपहृत करने तथा चोट पहुंचाने का आरोप लगा था। अदालत में ललित मोदी ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को स्वीकार किया था।
 -अपहरण की वारदात को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने 24 फरवरी, 1985 को मोदी को दोषी माना और दो साल कैद की स्थगित सजा सुनायी। नशीले पदार्थ रखने के आरोप पर उन्हें पांच वर्ष के प्रोबेशन पर रखा गया था। इसके अलावा उन्हें 300 घंटे समाज सेवा करने तथा 50 हजार डॉलर की जमानत भरने का निर्देश भी दिया गया था।
 -स्नातक की शिक्षा पूरी करने के बाद मोदी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और स्वास्थ्य का हवाला देकर वापस भारत जाने की अनुमति मांगी। उन्हें सामुदायिक सेवा के आदेश का पूरा पालन किये बगैर भारत आने की अनुमति मिल गयी। तब उनकी उम्र 23 वर्ष भी नहीं थी।
 - माना जाता है कि अदालती सुनवाई और भारत आने की अनुमति मिलने के दोनों ही मामलों में मोदी परिवार के रुपये और प्रभावशाली अमेरिकी मित्रों की पहुंच काम आयी थी। इन मित्रों में बड़े व्यवसायी जेंस होवाल्ट और वीएल ग्रेगरी, एलेक्जेंडर डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक रॉबिन फरकास और खरबपति लियोनार्ड लाउडर जैसे नाम शामिल थे।
 दिल्ली से मुंबई का रुख
दिल्ली के धनाढ्य सामाजिक परिवेश में तल्खी का रवैया देख कर नवविवाहित जोड़े ने मुंबई में रहने का फैसला किया। पहले वे केके मोदी के एक फ्लैट में रहे और फिर मीनल के पिता का मकान खरीद कर उसमें रहने लगे। अब ललित मोदी के परिवार में सौतेली बेटी करीमा सगरानी के अलावा बेटा रुचिर और बेटी आलिया भी आ गये थे। 2009 के दिसम्बर महीने में इस बंगले में आग लग गयी थी। कुछ रिपोर्टों में कहा गया था कि यह घटना बीमा की राशि पाने के लिए की गयी थी, पर इस संबंध में कोई आधार सामने नहीं आ पाया है।
 मोदी पर किस्मत हुई मेहरबान
 मुंबई में विभिन्न कारोबारों में ललित मोदी ने हाथ डाला, पर उन्हें कोई कामयाबी मिलती नहीं दिख रही थी। उनका सबसे बड़ा आसरा परिवार से मिलने वाली राशि ही थी। तभी उनकी नजदीकी मित्र वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की मुख्यमंत्री बन गयीं। सिंधिया से मोदी की जान-पहचान बचपन की दोस्त बीना किलाचंद के माध्यम से हुई थी, जो वसुंधरा के साथ ही जयपुर में रहने लगी थीं। कुछ समय के बाद मोदी भी जयपुर चले आये। उन्हें उम्मीद थी कि वे उनका कारोबार जमाने में मददगार होंगी। इसी बीच किलाचंद और वसुंधरा राजे की दूरियां बढ़ने लगी थीं और मोदी लगातार मुख्यमंत्री के करीबी होते जा रहे थे। धीरे-धीरे वे उनके बहुत नजदीक हो गये और उनकी छवि कथित बिचौलिये की बनने लगी। वसुंधरा सरकार द्वारा कानून में बदलाव के जरिये मोदी ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर कब्जा किया और अपनी पैठ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बनानी शुरू कर दी। इसके अलावा पुरानी हवेलियों की खरीद में भी वे संलग्न रहे और बाद में उन पर कुछ हवेलियों पर जबरन कब्जे के आरोप भी लगे। इस प्रकरण में कांग्रेस सरकार ने जांच के आदेश दिये थे। गौरतलब है कि यह जांच अब भी जारी है।
जानिए किन-किन आरोपों से घिरे हैं ललित मोदी
आईपीएल की शुरुआत और देश छोड़ने के तीन साल में ललित मोदी के रहन-सहन में भारी बदलाव आया। वे दुनिया की सबसे शानदार जगहों पर छुट्टियां मनाने जाने लगे। सार्डिनिया के इटालियन रिवियेरा में उन्होंने कथित रूप से एक नाव भाड़े पर लिया था और उस पर पार्टी मनाने के लिए अनेक लोगों को भारत से आमंत्रित किया। कहा जाता है कि इनमें कुछ वरिष्ठ राजनेता भी थे। परिवार और दोस्तों के साथ क्रिसमस मनाने का उनका ठिकाना थाईलैंड के फुकेट का अमन रिसॉर्ट रहा था। वर्ष 2008-09 में मोदी परिवार मैक्सिको गया था, जहां उसने जिमी गोल्डस्मिथ का बंगला किराये पर लिया था। खरबपति जिमी गोल्डस्मिथ क्रिकेट खिलाड़ी इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा के पिता थे। उन्हीं दिनों मीनल मोदी को स्तन कैंसर होने की जानकारी आयी। खबरों के मुताबिक अमेरिका में उनके इलाज के दौरान मोदी ने लॉस एंजिलिस के सबसे पॉश इलाके में मकान लिया था। विलासिता के अलावा मोदी का निजी जहाज खूब चर्चा में रहा था। कहा जाता था कि बड़े-बड़े उद्योगपति भी अपने निजी विमानों का बहुत कम उपयोग करते हैं, जबकि मोदी उसे किसी टैक्सी की तरह काम में लाते हैं। पर्यवेक्षकों का कहना था कि विलासिता के द्वारा ललित मोदी उन दिनों की भरपाई कर रहे हैं, जब परिवार उन्हें कम पैसा देता था और बाद में उनके कारोबारी जीवन में असफलताएं हाथ लगी थीं। हालिया तसवीरों से पता चलता है कि परेशानियों से घिरे होने के बावजूद उनके आलीशान रहन-सहन में कोई कमी नहीं आयी है।
 आईपीएल के दौरान मोदी की मेहनत और उनके उत्साह की चर्चाएं आज भी होती हैं। मैच के दौरान कम खाना, लगातार सिगरेट पीना, पूरी ऊर्जा के साथ मैच का आनंद लेना, और फिर रात की पार्टी में पूरे समय तक रहना। पार्टी के बाद सीधे या कुछ घंटों की नींद लेकर अगले मैच की जगह चले जाते थे। उनके बदलते महंगे अरमानी सूटों को देख कर कहा जाता था कि मानो अरमानी के दर्जी उनके साथ ही चलते हों।
 ललित मोदी पर आरोप टीवी राइट्स में धांधली
 आईपीएल के ग्लोबल राइट्स का अधिकार वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप को दिया गया, जबकि सिंगापुर स्थिति मल्टी स्क्रीन मीडिया (एमएसएम) भारत में मैच के प्रसारण का अधिकार दिया गया। लेकिन इसमें धांधली के कारण बीसीसीआई ने एमएसएम के साथ हुए समझौते को रद्द कर दिया। इसके तत्काल बाद वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप मॉरीशस जिसका स्वामित्व भी भारत स्थित वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप की तरह था उसे भारत में प्रसारण का अधिकार दे दिया गया। इस कम्पनी को साइनिंग अमाउंट के तौर पर बीसीसीआई को 112 करोड़ रुपये देने थे। बीसीसीआई को यह पैसा कभी नहीं मिला। मोदी की जानकारी में यह सब हुआ।
 2010 आईपीएल के दौरान नीलामी प्रक्रिया में गड़बड़ी
 बीसीसीआई ने 2010 में दो और टीमों को आईपीएल में शामिल करने का फैसला लिया। ललित मोदी ने नीलामी प्रक्रिया में तत्काल कुछ शर्तें जोड़ दीं और कहा कि नीलामी प्रक्रिया में एक बिलियन डॉलर की कम्पनी ही हिस्सा ले सकती है और बैंक गारंटी के तौर पर उसे 100 मिलियन डॉलर देना होगा। बीसीसीआई ने तर्क दिया है कि नीलामी प्रक्रिया में ये शर्तें शामिल नहीं थीं, कुछ प्रतियोगी कंपनियों को इससे बाहर करने के लिए ऐसा किया गया।
 फ्रेंचाइजी पर दबाव बनाना
 2011 आईपीएल में शामिल होने के लिए पुणे वारियर्स और कोच्चि टस्कर नीलामी प्रक्रिया के तहत चुन ली गयीं। मोदी इससे खुश नहीं थे और उन्होंने दूसरी फ्रेंचाइजी का पक्ष लेना शुरू कर दिया। कोच्चि फ्रेंचाइजी के कुछ सदस्यों को उन्होंने दबाव डालकर अपनी हिस्सेदारी वापस लेने को कहा। जब वे नहीं माने तो ललित मोदी ने शेयरहोल्डिंग पैटर्न को सार्वजनिक करने और कुछ बीसीसीआई अधिकारियों का खुलासा करने की धमकी दी। उनके खुलासे से केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को इस्तीफा देना पड़ा।
 फ्रेंचाइजी के शेयरहोल्डर से नजदीकी रिश्ता
 राजस्थान रॉयल्स में हिस्सेदारी रखने वाले सुरेश चेलारमन के साले हैं ललित मोदी। उन्होंने यह जानकारी क्रिकेट बोर्ड को नहीं दी। उन्होंने अपने करीबियों को नीलामी से जुड़ी जानकारी देकर फ्रेंचाइजी खरीदने में मदद पहुंचायी।
 ललित मोदी पर अन्य आरोप
 - इंग्लैंड में रहते हुए उन्होंने इंग्लिश लीग के साथ मिलकर एक विरोधी लीग तैयार करने की कोशिश की। कई समझौते उन्होंने बोर्ड को बताये बिना किये। वेबराइट देने के लिए उन्होंने ऐसी एजेंसी को चुना जिसका उनसे करीबी रिश्ता था।
- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फेसीलेशन फीस के तौर पर वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप को मल्टी स्क्रीन मीडिया द्वारा प्रसारण अधिकार के लिए 80 मिलियन डॉलर के भुगतान की जांच कर रहा है।
- ईडी इसकी भी जांच कर रहा है कि इस 80 मिलियन डॉलर में से 25 मिलियन डॉलर ललित मोदी, उनके सहयोगी और राजनीतिक लोगों के अवैध खाते में तो नहीं पहुंचाये गये।
- ईडी 2008 की आईपीएल की नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने वाले कुछ फ्रेंचाइजी को नीलामी की गोपनीय जानकारी देने के मामले की जांच कर रहा है। राजस्थान रॉयल्स की फ्रेंचाइजी लेने वाले और दूसरे स्थान पर रहने वाले के बीच नीलामी की राशि में 3 लाख डॉलर का अंतर पाया गया।
- ईडी मोदी द्वारा केमन आइलैंड की कम्पनी से काले धन का प्रयोग कर कॉरपोरेट जेट खरीदने के मामले की जांच भी कर रहा है।
- मुंबई के फोर सीजंस होटल के मालिक रमेश गोवानी की भी ईडी जांच कर रहा है। ललित मोदी अकसर इस होटल में रुकते रहे हैं।
- ललित मोदी की पत्नी की कंपनी इंडियन हेरिटेल होटल में मॉरीशस की कंपनी द्वारा 10 करोड़ रुपये निवेश की जांच भी ईडी कर रहा है।
- फेमा के तहत भी मामले दर्ज हैं, जिसमें फ्रेंचाइजी का स्वामित्व, विदेश निवेश का तरीका, शेयरों की कीमत और फिर उसका ट्रांसफर जांच के दायरे में हैं।
- वित्त मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति के समक्ष दिसंबर 2014 में पेश एक्शन टेकन रिपोर्ट में कहा गया है कि ईडी ने ललित मोदी, बीसीसीआई के कुछ अधिकारी और निजी कंपनियों को 2148.3 करोड़ की हेराफेरी के मामले में फेमा कानून का उल्लंघन करने के लिए नोटिस भेजा है।
- आयकर विभाग ने 16 सितम्बर, 2010 को बिना पैन नम्बर दिये वित्तीय वर्ष 2008-09 के दौरान बड़े पैमाने पर लेन-देन करने के लिए नोटिस भेजा था। नियम के मुताबिक पैन नम्बर देना अनिवार्य है।
- मुंबई जोन डायरेक्टोरेट आॅफ रिवेन्यू इंटेलीजेंस ने एयरक्राफ्ट का गोल्डन विंग्स कंपनी से आयात के संबंध में कागजात देने के लिए 4 नवम्बर, 2011 को नोटिस भेजा।

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