Friday, 13 May 2016

दो चचेरी बहनें रियो में दिखाएंगी दमखम


महावीर बोले एक नहीं अब दो गोल्ड
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता व अर्जुन अवार्डी गांव बलाली निवासी महिला पहलवान बबीता फोगाट की किस्मत का सितारा अचानक चमका तथा रियो ओलम्पिक का टिकट भाग्य से उसकी झोली में आ गिरा। अब दो चचेरी बहनें ओलम्पिक में अपना दमखम दिखाएंगी।
विनेश फोगाट के बाद बबीता का भी ओलम्पिक में चयन होने से गांव बलाली सहित दादरी क्षेत्र व पूरे प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। बबीता के चयनित होने की सूचना मिलते ही पिता महावीर पहलवान ने गांव में मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाईं। यह पहला अवसर है जब देश के कुश्ती के इतिहास में दो चचेरी बहनों ने एक साथ ओलम्पिक में क्वालीफाई किया है।

१८ से २० अप्रैल तक कजाकिस्तान के अस्ताना शहर में हुए एशिया ओलम्पिक क्वालीफाइंग में बबीता ने कांस्य पदक जीता था लेकिन रियो का टिकट नहीं मिला था क्योंकि यहां पर स्वर्ण व रजत पदक जीतने वाला पहलवान ही रियो जा सकता है। मंगोलिया की पहलवान सुमिया ने बबीता को हराकर रजत पदक जीता था जो अब डोप टेस्ट में दोषी पाई गई है। जिसके चलते सुमिया के स्थान पर अब बबीता ओलम्पिक में भागेदारी करेगी। अपने गांव बलाली पहुंची बबीता फोगाट ने कहा कि बड़ी बहन गीता का ओलम्पिक अनुभव अब उनके काम आएगा। अब वे दोनों बहनें जी जान से ओलम्पिक की तैयारियों में जुट जाएंगी। इसके लिए वे अपने वेट व डाइट पर भी ध्यान रखेंगी। अभ्यास का टाइम भी बढ़ाएंगी।
पांच बहनों ने दिलाई क्षेत्र को पहचान
गांव बलाली निवासी कोच महावीर की बेटियां गीता, बबीता, संगीता, रितु व महावीर के भाई राजपाल की बेटी विनेश फोगाट ने कई अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं मंे पदक झटक कर क्षेत्र का नाम विश्व के मानचित्र पर रोशन किया है।
क्या कहती है विनेश
विनेश फोगाट ने कहा कि ओलम्पिक में वे दोनों बहनें अपना शानदार प्रदर्शन कर देश के लिए गोल्ड जीतकर लाएंगी। देश ही नहीं बल्कि दुनिया को दिखा देंगी कि हरियाणा की लड़कियां किसी को भी मात दे सकती हैं।
पिता बोले-एक नहीं दो गोल्ड लाएंगी
बबीता के पिता महावीर पहलवान ने कहा कि बबीता के चयन से उसकी खुशी दोगुनी हो गई है। उनका वर्षों से सपना था कि बेटियां ओलम्पिक फतह करें। गीता यह सपना पूरा नहीं कर पाई लेकिन विनेश व बबीता एक की बजाय दो गोल्ड लेकर आएंगी।

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