Thursday 28 August 2014

झूठा निकला कृपाशंकर पर लगा आरोप

आगरा। भारतीय खेल प्राधिकरण और अर्जुन अवॉर्डी पहलवान कृपाशंकर बिशनोई के बीच चल रही झूठ और सच की लड़ाई में एक बार फिर भगवान ने कृपाशंकर पर कृपा कर उन्हें शर्मसार होने से बचा लिया। कभी हार न मानने वाला शख्स लखनऊ में हुए वाक्ये के बाद टूट चुका है। उस पर मारपीट का आरोप लगाने वाली हॉकी खिलाड़ी प्रिया राय ने बेशक अपना गुनाह कुबूल कर लिया हो पर प्रशिक्षक कृपाशंकर साई के रवैये से काफी आहत हैं।
यह मामला 25 अगस्त का है। जानकारी के अनुसार भारतीय कुश्ती फेडरेशन ने भारतीय खेल प्राधिकरण के सुभाष साई सेण्टर लखनऊ के  कृत्रिम हॉकी मैदान में सप्ताह में दो बार विश्व चैम्पियनशिप और एशियाड में शिरकत करने वाली महिला पहलवानों के अभ्यास की अनुमति ली हुई   है। अनुमति मिलने के बाद महिला पहलवान जब वहां अभ्यास कर रही थीं उसी समय हॉकी खिलाड़ी भी प्रशिक्षण के लिए मैदान में आ गर्इं। अभ्यास के दौरान बार-बार गेंद पहलवानों के पास पहुंच रही थी, इस पर कोच कृपाशंकर बिशनोई ने एतराज जताते हुए कहा कि इससे पहलवानों को चोट लग जाएगी। उनके ऐसा कहने पर हॉकी प्रशिक्षक ने आपा खोते हुए कुश्ती प्रशिक्षक कृपाशंकर को खूब खरी-खोटी सुनार्इं। कुश्ती प्रशिक्षक ने सब्र से काम लिया और महिला पहलवानों को बास्केटबाल मैदान पर ले गये तथा अभ्यास कराया।
मामला शांत हो गया लेकिन हॉकी प्रशिक्षक ने बदले की भावना में बहते हुए एक बालिका हॉकी खिलाड़ी से कृपाशंकर के खिलाफ थाने में मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। जब इस बात की जानकारी कुश्ती प्रशिक्षक को हुई तो वे परेशान हो गये। महिला पहलवानों की कही सच मानें तो इस मामले में बेवजह तिल का ताड़ बनाया गया। दरअसल, कृपाशंकर बिशनोई और भारतीय खेल प्राधिकरण के बीच लम्बे समय से सच और झूठ की लड़ाई चल रही है। पूर्व में भी भारतीय खेल प्राधिकरण कुश्ती प्रशिक्षक कृपाशंकर पर बंदूक दिखाने और धमकाने का इल्जाम लगा चुका है। अदालती जंग में मुंह की खा चुके भारतीय खेल प्राधिकरण ने अपनी हठधर्मी के चलते ग्लासगो राष्ट्रमण्डल खेलों में महिला पहलवानों के साथ गये कृपाशंकर को खेलगांव में प्रवेश से वंचित करा दिया था। लखनऊ प्रकरण भी साई की खुराफात का ही नतीजा है। यह मामला कुछ भी नहीं था पर साई सेण्टर लखनऊ की रीजनल डायरेक्टर रचना गोविल ने समझदारी दिखाने के बजाय झूठ को सच साबित करने का स्वांग रचवाकर बनती बात बिगाड़ दी। भला हो हॉकी खिलाड़ी प्रिया राय का जिसने अपनी गलती स्वीकारते हुए दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।
निर्दोष हैं हमारे सर: विनेश फोगाट
राष्ट्रमण्डल खेलों की स्वर्ण पदकधारी पहलवान विनेश फोगाट ने पुष्प सवेरा को दूरभाष पर बताया कि हमारे सर निर्दोष हैं। उनकी न जाने ईश्वर क्यों बार-बार परीक्षा ले रहा है। महिला कुश्ती के उत्थान के लिए कृपाशंकर  सर ने जो कुछ किया वह दूसरा नहीं कर सकता। वह हमेशा खिलाड़ियों के हक के लिए लड़ते हैं और बार-बार संकट में फंस जाते हैं। ग्लासगो और लखनऊ में उनके साथ जो हुआ वह भारतीय खेलों का बेहद शर्मनाक पहलू है। विनेश ने बताया कि ग्लासगो में महिला पहलवानों की कामयाबी में हमारे सर का अमूल्य योगदान है। ऐसे प्रशिक्षकों को प्रोत्साहित करने के बजाय हतोत्साहित किया जाना अक्षम्य है।
एफआईआर साई का षड्यंत्र: गीतिका जाखड़
राष्ट्रमण्डल खेलों की रजत पदक विजेता पहलवान गीतिका जाखड़ ने बताया कि हम लोग मैदान में थे। हमारे सर के साथ जो बर्ताव हो रहा था उससे हम सब गुस्से में थे, बावजूद उन्होंने चुपचाप हॉकी मैदान छोड़ दिया। शाम को सर भारतीय खेल प्राधिकरण के षड्यंत्र का शिकार हो गये। उन पर एक लड़की से थाने में हॉकी से मारने का इल्जाम लगवाकर साई ने हदें पार कर दीं। गीतिका स्वयं भी पुलिस आॅफिसर है। उसका कहना है कि जो शख्स हम सब को अपनी बेटियों की तरह तालीम देता हो। हर सुख-दु:ख में साथ देता हो उस पर ऐसे घिनौने आरोप की जितनी निन्दा की जाए वह कम है।
गलतफहमी में हो गया गुनाह: प्रिया राय
25 अगस्त को कुश्ती प्रशिक्षक कृपाशंकर बिशनोई पर हॉकी से मारपीट करने की एफआईआर 122-14 करने वाली हॉकी खिलाड़ी प्रिया राय पुत्री सतीश चन्द्र राय ने बुधवार 27 अगस्त को थाने पहुंच कर अपना गुनाह कुबूल करते हुए आवेदन दिया है कि वह गलतफहमी का शिकार हो गई थी, लिहाजा इस प्रकरण पर आगे कोई कार्रवाई न की जाए। मेरे और कोच के बीच कुछ भी नहीं हुआ। 

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