Tuesday 22 July 2014

मणिपुर में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय स्थापित होगा

सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में खेलों को प्रोत्साहित करने के तहत मणिपुर में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने के साथ राष्ट्रीय खेल प्रतिभा चयन योजना को पेश किया जा रहा है।
     लोकसभा में खेल मंत्री सर्वानंद सोनवाल ने कहा,  देश में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने 2014-15 के बजट में मणिपुर में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राष्ट्रीय खेल प्रतिभा चयन योजना पेश की गई है। जम्मू कश्मीर में इंडोर और आउटडोर खेल स्टेडियम का उन्नयन करके इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का भी निर्णय किया गया है। मंत्री ने कहा,  सरकार ने मुख्य धारा के खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए देश के विभिन्न इलाकों में राष्ट्रीय स्तर की खेल अकादमी स्थापित करने का निर्णय किया है। इसे पीपीपी माध्यम से आगे बढ़ाया जा सकता है। सोनवाल ने कहा कि शूटिंग, तीरंदाजी, मुक्केबाजी, कुश्ती, भारोत्तोलन और विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण सुविधा प्रदान की जाएगी।
प्रत्येक ग्रामीण ब्लाक पंचायतों में समन्वित खेल परिसर स्थापित होंगे
सरकार ने बताया कि देश में ग्रामीण स्तर पर खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक ग्रामीण ब्लाक पंचायतों में एक समन्वित खेल परिसर स्थापित किया जाएगा। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में युवा एवं खेल मंत्री सर्वानंद सोनवाल ने कहा कि 21 फरवरी 2014 को केंद्र प्रायोजित योजना के तहत राजीव गांधी खेल अभियान पेश किया गया था। इस योजना में प्रत्येक ग्रामीण ब्लाक पंचायतों में एक समन्वित खेल परिसर स्थापित करने का प्रावधान है। मंत्री ने बताया कि ऐसे प्रत्येक खेल परिसरों के निर्माण पर 1.75 करोड़ रुपये की लागत आयेगी और इसमें 11 आउटडोर और पांच इंडोर खेलों की व्यवस्था होगी। इनमें तीन स्थानीय खेलों का भी समावेश किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आउटडोर खेलों में एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, बास्केटबाल, फुटबॉल, हैंडबॉल, हाकी, कबड्डी, खो खो, टेनिस और वालीबॉल शामिल हैं जबकि इंडोर खेलों में बाक्सिंग, कुश्ती, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन शामिल हैं।
आगामी ओलम्पिक खेलों में खिलाड़ियों की पहचान एवं तैयारी पर नजर होगी: सोनोवाल
सरकार ने बताया कि 2016 और 2020 के ओलंपिक खेलों में भारत के पदक जीतने की संभावना और खिलाड़ियों की पहचान करने के लिए वह विशेषज्ञों की समिति गठित करेगी और ओलंपिक तैयारियों के लिए मदद करेगी।
लोकसभा में खेल मंत्री सर्बानंद सोनवाल ने कहा, सरकार ने 2016 और 2020 के ओलंपिक खेलों भारत के पदक जीतने की संभावना की पहचान करने का निर्णय किया है। इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जायेगा जो ऐसे संभावित खिलाड़ियों की पहचान करेंगे।  मंत्री ने बताया,  एक अन्य समिति का गठन किया जायेगा जो कार्यक्रमों को अंतिम रूप देगी और एथलीटों के प्रदर्शन का आकलन करेगी। उन्होंने कहा कि चुने गए खिलाड़ियों को 2016 और 2020 ओलंपिक में तैयारी के लिए सतत मदद दी जायेगी।
सोनवाल ने कहा, मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के कार्यक्रम एवं योजनाएं आगामी खेल प्रतियोगिताओं में भारत की पदक जीतने की संख्या को बेहतर बनाने को प्रतिबद्ध हैं।  मंत्री ने कहा कि रियो ओलंपिक 2016 समेत अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों की तैयारी एक सतत प्रक्रिया है। मंत्रालय और एसएआई ने इसके लिए दीर्घकालीन योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि साल 2020 ओलंपिक खेलों तक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खेलों से जुड़े कार्यों की निगरानी एवं समन्वय के लिए एक संचालन समिति का गठन किया गया है। इसकी अध्यक्षता खेल सचिव कर रहे हैं और इसमें एसएआई, संबंधित राष्ट्रीय खेल संघों एवं भारतीय ओलंपिक संघ के प्रतिनिधि और मुख्य कोच शामिल हैं।

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