Tuesday, 17 March 2015

भारत जीते पर मेरा भांजा रिकॉर्ड बनाए: महबूब हसन

पाक विकेटकीपर सरफराज के मामा महबूब हसन इंजीनियर कॉलेज इटावा
में हैं क्लर्क
इटावा। आज से ठीक दो दिन पहले रविवार 15 मार्च को पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज और विकेटकीपर सरफराज अहमद, जब क्रिकेट वर्ल्डकप में एडीलेड के ओवल मैदान पर आयरलैंड के खिलाफ अपने बल्ले से रनों की बरसात कर रहे थे तो पाकिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर हिंदुस्तान के इटावा में एक परिवार सोनपपड़ी मिठाई बांटकर और पटाखे फोड़कर जोरदार जश्न मना रहा था। सरफराज के शतक पर इटावा में जश्न मनाने वाले शख्स का कहना है कि अगर वर्ल्डकप में हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच मुकाबला हो तो हिंदुस्तान की टीम जीते, लेकिन उस मुकाबले में सरफराज कोई नया रिकॉर्ड बनाए।
अब आप यह जानने को बेताब हो रहे होंगे कि युवा पाकिस्तानी क्रिकेटर सरफराज अहमद के शतक पर इटावा में जश्न किसने मनाया? और जश्न मनाने वालों का सरफराज अहमद से क्या लेना-देना है? तो जनाब इसका उत्तर यह है कि सरफराज अहमद और उनके परिवार का इटावा से बहुत गहरा रिश्ता है। सरफराज अहमद के शतक पर इटावा में जश्न मनाने वाले शख्स का नाम है महबूब हसन। यह इटावा के डा़ॅ भीमराव अम्बेडकर एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कॉलेज में सीनियर क्लर्क हैं। महबूब हसन सरफराज अहमद के मामा हैं। महबूब हसन की पाकिस्तान के कराची शहर में रहने वाली बहन अकीला बानो का सरफराज बेटा है। असल में महबूब हसन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के दिलेरगंज, कुंडा के मूल रूप से रहने वाले हैं, लेकिन 1995 में हसन की नौकरी इटावा में लग जाने से पूरा परिवार यहीं रह रहा है। बकौल हसन 1991 में उनकी शादी के दौरान ही करीब चार साल की उम्र में सरफराज हिंदुस्तान आया था, उस समय शादी इलाहाबाद में हुई थी सरफराज की मां अकीला बानो एक बार 2010 में इटावा के डॉ़ भीमराव अम्बेडकर कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज आ चुकी हैं लेकिन बीजा नियमावली के मुताबिक सिर्फ कुंडा में ही रुकने की अनुमति थी, इसलिए आकर जल्द ही चली गई थीं।
हसन का कहना है कि 22 मई को सरफराज 28 साल का हो जायेगा। उसकी शादी तय हो चुकी है। उनका कहना है कि जाहिर सी बात है कि हमको बहुत खुशी हो रही है क्योंकि मामा-भांजा का रिश्ता बहुत ही अटूट होता है। महबूब हसन से जब यह सवाल किया जाता है कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा तो वह किसके साथ होंगे तो वह बिना देर लगाए कहते हैं कि मैं तो हमेशा हिंदुस्तान के साथ हूं। मैं चाहूंगा कि पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच को हिंदुस्तान जीते लेकिन उस मैच में मेरा भांजा सरफराज कोई नया रिकॉर्ड बनाए। सरफराज की मामी समर फातमा का कहना है कि उनका भांजा बेहद ही शरारती है जो आये दिन क्रिकेट का मैच खेलने के बाद फोन करके पूरे घर का हालचाल तो लेता ही है साथ ही अपने बारे में भी बखूबी बताता है उनका कहना है कि वो अब सरफराज की शादी का इंतजार कर रही हैं क्योंकि मई या जून में सरफराज की शादी होने वाली है।
कॉलेज के डीन डॉ़ जे़पी़ यादव का कहना कि कॉलेज के सीनियर क्लर्क महबूब हसन का भांजा हमारा भांजा हुआ खेल में कोई दीवार नहीं होती है, मामा-भांजे का रिश्ता बड़ा ही अटटू होता है। सरफराज पाकिस्तानी टीम का विकेटकीपर है। जहां तक महबूब हसन की बात है उन्होंने कभी भी इस रिश्ते को उजागर नहीं किया, लेकिन यदाकदा वो कहा करते थे कि हमको पाकिस्तान जाना है, इसलिए बीजा की आवश्यकता है। यह हज पर भी जाना चाहते हैं उनके दस्तावेजों को पूरा करने की प्रक्रिया फिलहाल जारी है। 

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