के.डी. मेडिकल कालेज में जे.पी. हेल्थ साइंस दिल्ली ने लगाई पुस्तक
प्रदर्शनी
मथुरा। दुःखी, चिंतित और मनोविकारों से ग्रस्त लोगों
के लिए पुस्तकें अमृत के समान होती हैं जिनका सान्निध्य पाकर आदमी अपने दुःख-दर्द और
क्लेश सब भूल जाता है। अच्छी पुस्तकें मनुष्य को धैर्य, शांति और सांत्वना प्रदान
करती हैं। उत्तम पुस्तकों का अवलम्बन लेना सुखकर होता है। जब हम कोई अच्छी पुस्तक
पढ़ते हैं या सत्संग-प्रवचन सुनते हैं तो हमारी इच्छा होने लगती है कि हम भी
पुस्तक द्वारा बताये गए मार्ग पर चलें और उत्कृष्ट विचार हमारे मन में अपना स्थान
जमाने लगते हैं। एक तरह से अच्छी पुस्तकें हमारा सही मार्ग प्रशस्त करती हैं और
उत्तम जीवन जीने का सन्देश प्रदान करती हैं। पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र और हितैषी
होती हैं उक्त उद्गार आर.के. एजूकेशन हब के चेयरमैन डा. रामकिशोर अग्रवाल ने
मंगलवार को के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल और रिसर्च सेण्टर में जे.पी. हेल्थ साइंस
नई दिल्ली द्वारा लगाई गई दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त
किए।
के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल और रिसर्च सेण्टर की
प्राचार्य डा. मंजुला बाई के.एच. ने दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी को काफी लाभदायक
बताते हुए कहा कि इससे डाक्टरों और छात्र-छात्राओं को चिकित्सा क्षेत्र के
विशेषज्ञ लेखकों के विचारों को आत्मसात करने का मौका मिलता है। चिकित्सा क्षेत्र
में लगातार बदलाव हो रहे हैं, ऐसे में इस तरह की पुस्तक प्रदर्शनियां न केवल
डाक्टर्स बल्कि छात्र-छात्राओं के ज्ञानवर्धन में काफी सहायक होती हैं। पुस्तकें
ज्ञान का भण्डार हैं। इनमें लेखकों के जीवन भर के अनुभव होते हैं। पुस्तकों के
अध्ययन से ज्ञान की वृद्धि होती है और ज्ञान-वृद्धि से सुख मिलता है। ज्ञान-वृद्धि
से जो सुख मिलता है उसकी तुलना किसी भी सुख से नहीं की जा सकती। इस पुस्तक
प्रदर्शनी से हम अपने आपको अपडेट कर सकते हैं। इस पुस्तक प्रदर्शनी में चिकित्सा
विज्ञान की देशी और विदेशी प्रकाशकों की लगभग पांच हजार पुस्तकें लगाई गई हैं।
जे.पी. हेल्थ साइंस नई दिल्ली के प्रबंधक के.पी. सिंह ने
बताया कि इस पुस्तक प्रदर्शनी का उद्देश्य डाक्टरों और चिकित्सा छात्र-छात्राओं को
चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक पुस्तकों से अवगत कराना है। जे.पी. हेल्थ साइंस की
जहां तक बात है इसकी देश भर में नौ ब्रांचें हैं। इसकी एक ब्रांच अमेरिका तथा
दूसरी ब्रिटेन में है। पुस्तक प्रदर्शनी के शुभारम्भ अवसर पर प्रबंध निदेशक मनोज
अग्रवाल, डा. ऊषा वत्स, डा. जयकिशन, डा. विवेक पाराशर, डा. गगनदीप, डा. संजीव
अग्रवाल, डा. पीयूष राज, डा. गौरव कुमार, डा. सौरभ गुप्ता, डा. आर.के. अशोका, डा.
हर्ष शर्मा, डा. अक्षय कुमार पारिख, डा. मनोज कुमार तिवारी, एन.एस. शशीबाला, शुभम
गर्ग, अरुण कुमार, डालचंद गौतम, राजेश कुमार, मेघश्याम शर्मा सहित बड़ी संख्या में
छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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