Thursday, 2 April 2015

राष्ट्रीय स्कूल खेलों में उत्तर प्रदेश का शर्मनाक प्रदर्शन

देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य 15वें स्थान पर
18 स्वर्ण, 37 रजत, 59 कांस्य सहित 114 पदक जीते
श्रीप्रकाश शुक्ला
आगरा। 15 मार्च, 2012 को जब युवा अखिलेश यादव ने देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की सल्तनत सम्हाली थी, तब लगा था कि अब सूबे के खिलाड़ी खिलखिलाएंगे और प्रदेश में खेलों का कायाकल्प होगा। अफसोस ऐसा नहीं हुआ। राष्ट्रीय स्कूल खेलों की ओवर आॅल चैम्पियनशिप जीतने की कौन कहे 2014-15 में वह तालिका में 15वें स्थान पर रहा। यह राष्ट्रीय स्कूली खेलों में उत्तर प्रदेश का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
स्कूल खेलों को किसी राज्य की प्रतिभा कसौटी माना जाता है। इस कसौटी में उत्तर प्रदेश की प्रतिभाएं लगातार पिछड़ रही हैं। यहां स्कूली शिक्षा जहां नकल की भेंट चढ़ रही है वहीं स्कूली खिलाड़ी अव्यवस्था के चलते अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम हैं। राष्ट्रीय स्कूल खेलों में देश के सभी राज्यों सहित कोई 41 यूनिटें शिरकत करती हैं। पिछले पांच साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो राष्ट्रीय स्कूल खेलों में शीर्षता की जंग दिल्ली और महाराष्ट्र के बीच ही रही है। स्कूल खेलों में उत्तर प्रदेश की जहां तक बात है, उसके खिलाड़ी हरियाणा, पंजाब, मणिपुर, केरल मध्य प्रदेश और असम जैसे छोटे-छोटे राज्यों के खिलाड़ियों को भी माकूल जवाब नहीं पा रहे हैं। साल दर साल स्थिति में सुधार की कौन कहे उनका प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है।
कहने को प्रदेश की मिनी राजधानी सैफई में भारतीय खेल प्राधिकरण के कई खेल सेण्टर आबाद हैं लेकिन वहां से भी कोई नायाब प्रतिभाएं राष्ट्रीय क्षितिज पर चमक बिखेरती नहीं दिख रहीं। खेलों में जहां छोटे-छोटे राज्यों के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं वहीं उत्तर प्रदेश की प्रतिभाएं लगातार पिछड़ रही हैं। प्रदेश सरकार खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की बातें तो करती है लेकिन जमीनी स्तर पर प्रयास होते नहीं दिख रहे। 2012-13 के राष्ट्रीय स्कूल खेलों में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने 27 स्वर्ण, 36 रजत, 74 कांस्य सहित 137 पदक तो 2013-14 में 40 स्वर्ण, 46 रजत, 84 कांस्य सहित 195 पदक जीते थे। मौजूदा (2014-15) सत्र में प्रदेश के खिलाड़ी 18 स्वर्ण, 37 रजत, 59 कांस्य सहित 114 पदक के साथ 15वें स्थान पर रहे। राष्ट्रीय स्कूल खेलों में उत्तर प्रदेश का यह अब तक का सबसे शर्मनाक प्रदर्शन है। राष्ट्रीय स्कूल खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन युवा अखिलेश यादव सरकार के लिए अच्छा संकेत नहीं कहा जा सकता।
आगरा से संचालित होते हैं राष्ट्रीय स्कूल खेल
खेलों में उत्तर प्रदेश की स्थिति बेशक खस्ताहाल हो पर आगरा शहर स्कूल खेलों में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के लिए खास है। स्कूल गेम्स  फेडरेशन आॅफ इण्डिया का मुख्यालय आगरा में ही है। वर्ष 2012 से विभिन्न स्कूली खेल गतिविधियां यहीं से संचालित हो रही हैं। शाहगंज के राधा बल्लभ इण्टर कॉलेज परिसर स्थित एसजीएफआई के इस मुख्यालय से ही राष्ट्रीय स्कूल खेलों का संचालन होता है। देश के सभी राज्यों सहित 41 यूनिटों की कमान एसजीएफआई के महासचिव डॉ. राजेश मिश्रा सहित 30 लोगों के हाथों में है।

राष्ट्रीय स्कूल खेलों में उत्तर प्रदेश की स्थिति
58वें स्कूल खेल 2012-13
क्रमांक राज्य स्वर्ण रजत कांस्य कुल पदक
01- दिल्ली 293 129 97 519
02- महाराष्ट्र 219 184 191 594
03- हरियाणा 76 91 125 292
04- पंजाब 64 87 124 275
05- मणिपुर 50 56 38 144
06- केरल 48 52 52 152
07- एमपी 37 42 74 153
08- कर्नाटक 31 32 51 114
09- छत्तीसगढ़ 28 23 46 97
10- प. बंगाल 27 38 36 101
11- उत्तरप्रदेश 27 36 74 137

59वें स्कूल खेल 2013-14
क्रमांक राज्य स्वर्ण रजत कांस्य कुल पदक
01- दिल्ली 354 151 109 614
02- महाराष्ट्र 197 219 248 664
03- हरियाणा 68 76 77 221
04- पंजाब 60 107 158 325
05- केरल 55 52 53 160
06- मणिपुर 54 42 42 135
07- तमिलनाडु 47 38 62 147
08- एमपी 43 45 74 162
09- उत्तर प्रदेश 40 46 84 170
10- गुजरात 34 69 92 195
11- प. बंगाल 34 33 42 109


60वें स्कूल खेल 2014-15
क्रमांक राज्य स्वर्ण रजत कांस्य कुल पदक
01- दिल्ली 362 161 131 654
02- महाराष्ट्र 219 233 222 674
03- हरियाणा 82 68 131 281
04- मणिपुर 56 38 43 137
05- पंजाब 53 112 142 307
06- तमिलनाडु 53 65 64 182
07- केरल 53 48 48 149
08- एमपी 48 46 99 193
09- प. बंगाल 36 39 54 129
10- झारखण्ड 29 28 27 84
11- असम 28 53 72 153
12- छत्तीसगढ़ 27 34 79 140
13- गुजरात 26 59 95 180
14- कर्नाटक 24 42 52 118
15- उत्तर प्रदेश 18 37 59 114

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