Saturday 6 September 2014

एशियाड में इतिहास दोहराएंगे भारतीय एथलीट: सुमरीवाला

पदक के प्रबल दावेदारों में अरपिन्दर सिंह, विकास गौड़ा, सुधा सिंह, टिटू लुंका, मयूखा जॉनी,  जोसेफ अब्राहम, अश्विनी अकुंजी, प्रीजा श्रीधरन शामिल
आगरा। दक्षिण कोरिया के इंचियोन शहर में 19 सितम्बर से चार अक्टूबर तक होने जा रहे सत्रहवें एशियाई खेलों में 56 सदस्यीय भारतीय एथलीट दल ग्वांगझू का इतिहास दोहराने को बेताब होगा। 2010 में हुए ग्वांगझू एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों ने पांच स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य पदकों सहित कुल एक दर्जन पदक जीते थे। इस बार पदक के  प्रबल दावेदारों में अरपिन्दर सिंह, विकास गौड़ा, सीमा पूनिया, कृष्णा पूनिया, सुधा सिंह, टिंटू लुका, एमआर पूवम्मा, मयूखा जॉनी, जोसेफ अब्राहम, अश्विनी अकुंजी और प्रीजा श्रीधरन आदि शामिल हैं।
इंचियोन जा रहे 56 सदस्यीय भारतीय एथलेटिक्स दल में 26 पुरुष और 30 महिला एथलीट शामिल हैं। एशियाई खेलों की जहां तक बात है भारतीय एथलीटों ने हमेशा ही बेहतर प्रदर्शन किया है। 1951 से अब तक हुए 16 एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने 128 स्वर्ण, 168 रजत तथा 249 कांस्य पदक जीते हैं। इनमें भारतीय एथलीटों के नाम 70 स्वर्ण, 73 रजत तथा 76 कांस्य पदक दर्ज हैं। इंचियोन एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों को भेजे जाने को लेकर फिलहाल भारतीय खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण के बीच नूरा-कुश्ती चल रही है। इसका पटाक्षेप होने में जितना विलम्ब होगा उसका असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल जे. सुमरीवाला ने पुष्प सवेरा से दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि बेहतर होता कि जिन खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद है उन्हें एक पखवाड़े पहले ही इंचियोन भेज दिया जाता। श्री सुमरीवाला का कहना कि यह मसला खेदजनक है। बकौल सुमरीवाला मैं नहीं चाहता कि हर खिलाड़ी भेजा जाए पर जिनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है, उन्हें भेजा जाना जरूरी है। खिलाड़ियों के पहले खेल गांव पहुंच जाने से उन्हें मौसम और अन्य स्थितियों से तारतम्य बिठाने में मदद मिलती है।
भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन पर सुमरीवाला ने कहा कि उम्मीद है कि हमारे एथलीट ग्वांगझू की सफलता को जरूर दोहराएंगे। एक-दो पदकों में इजाफा भी हो सकता है। एथलेटिक्स में भारतीय प्रदर्शन की जहां तक बात है इस बार महिलाओं से डिस्कस थ्रो, लम्बीकूद, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, 5000 मीटर दौड़, 3000 मीटर स्टिपलचेज सहित चार गुणा 400 और चार गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में पदक की उम्मीद है वहीं पुरुष खिलाड़ी 800 मीटर दौड़, 20 किलोमीटर पैदल चाल, चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़, ट्रिपल जम्प, शॉटपुट, जेबलिन थ्रो, डिस्कस थ्रो में पदक के प्रबल दावेदार हैं। पिछले महीने पटियाला में हुई सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 110 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाले सिद्धांत थिंगालया, चक्का फेंक एथलीट कृष्णा पूनिया, 400 मीटर की धाविका एमआर पूवम्मा भी पदक के दावेदारों में शामिल हैं। एशियाई खेल 2010 की स्वर्ण पदक विजेता सुधा सिंह (महिलाओं की 3000 मीटर स्टिपलचेज), जोसेफ अब्राहम (पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़) अश्विनी अंकुजी (महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़) और प्रीजा श्रीधरन (महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़) से भी भारत को काफी उम्मीदें हैं।
एशियाई खेलों में इन एथलीटों पर होगा दारोमदार
 पुरुष:- 400 मीटर दौड़- के. मोहम्मद, अरोकिया राजीव, 800 मीटर दौड़- सजीश जोसेफ, 5000 मीटर दौड़- खेताराम, सुरेश कुमार पटेल, 10000 मीटर दौड़- राहुल कुमार पाल, 3000 मीटर स्टिपलचेज- नवीन कुमार, 110 मीटर बाधा दौड़- जितिन पाल, जोसेफ अब्राहम, ऊंची कूद- निखिल चित्रांसु, त्रिकूद- अरपिन्दर सिंह, रंजीत माहेश्वरी, गोला फेंक- इंदरजीत, ओमप्रकाश करहाना, चक्का फेंक- विकास गौड़ा, तार गोला फेंक- चंद्रोदय नारायण सिंह, भाला फेंक- राजिंदर सिंह, 20 किलोमीटर पैदल चाल- केटी इरफान, के. गणपति, 50 किलोमीटर पैदल चाल- संदीप कुमार, बसंत बहादुर राणा, चार गुणा 400 मीटर रिले- के. मोहम्मद, अरोकिया राजीव, जिबिन सेबेस्टियन, केजे अरुण, जीतू बेबी, संदीप।
महिला:- 100 मीटर दौड़- शारदा नारायण, 200 मीटर दौड़ आशा राय, श्रावणी नंदा, 400 मीटर दौड़- एमआर पूवम्मा, 800 मीटर दौड़ टिंटू लुका, सुषमा देवी, 1500 मीटर दौड़- ओपी जैशा, सिनी ए मार्कोस, 5000 मीटर दौड़- ओपी जैशा, प्रीजा श्रीधरन, 10000 मीटर दौड़- प्रीजा श्रीधरन, 3000 मीटर स्टिपलचेज- ललिता बब्बर, सुधा सिंह, 400 मीटर बाधा दौड़- अश्विनी अकुंजी, ऊंची कूद- सहाना कुमारी, लम्बी कूद- एमए प्रजूषा, मयूखा जॉनी, त्रिकूद- एमए प्रजूषा, मयूखा जॉनी, चक्का फेंक- सीमा पूनिया, कृष्णा पूनिया, तार गोला फेंक- मंजू बाला, भाला फेंक- अन्नू रानी, हेप्टाथलान- सुष्मिता सिंघा राय, स्वप्ना बर्मन, 20 किलोमीटर पैदल चाल- खुशबीर कौर, चार गुणा 100 मीटर रिले- श्रावणी नंदा, आशा राय, मर्लिन के जोसेफ, सिनी एस, शांतनी वी, एचएम ज्योति, चार गुणा 400 मीटर रिले- एमआर पूवम्मा, प्रियंका पवार, देबाश्री मजूमदार, मनदीप कौर, अश्विनी अकुंजी, आर्या सी।
खींचतान से मुल्क का ही नुकसान
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल जे. सुमरीवाला ने पुष्प सवेरा से दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि काश भारतीय एथलीटों को इंचियोन एक पखवाड़े पहले भेजा जाता। श्री सुमरीवाला को विदेशी प्रशिक्षकों की सेवाएं देर से मिलने का भी मलाल है। सुमरीवाला का कहना है कि खेलों में फर्जीवाड़े की जो बातें आज हो रही हैं, इनका समाधान बहुत पहले ही निकाल लिया जाना चाहिए। जब खेल सिर पर हों ऐसे समय बेवजह की खींचतान से मुल्क का ही नुकसान होगा।
एशियाई खेलों में ओवर आॅल भारत का प्रदर्शन
स्वर्ण रजत कांस्य कुल
128 168 249 545
एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों का प्रदर्शन
स्वर्ण रजत कांस्य कुल
70 73 76 219
ग्वांगझू एशियाई खेल 2010 में भारतीय प्रदर्शन
स्वर्ण रजत कांस्य कुल
14 17 34 65
ग्वांगझू एशियाई खेलों में एथलीटों का प्रदर्शन
स्वर्ण रजत कांस्य कुल
05 02 05 12

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