Wednesday, 2 September 2015

कमाल के विराट कोहली-PAGE-3







विराट कोहली भारत के पहले कप्तान हैं, जिन्होंने विदेशी भूमि पर पिछड़ने के बाद सीरीज जीती है। भारत गॉले में खेले गए पहले टेस्ट में 63 रन से हार गया था। उसने पी सारा ओवल पर दूसरा टेस्ट 278 रन से जीतकर सीरीज में वापसी की और तीसरे टेस्ट की जीत के साथ इतिहास रच दिया। पहली सीरीज अजहर ने जीती थी। भारत ने विराट सेना की इस सीरीज जीत से पहले 1993 में श्रीलंका के खिलाफ उसके घर में सीरीज जीती थी, उस समय भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन थे। कुशाल परेरा और कप्तान मैथ्यूज के खेलने के समय बाजी भारत के हाथ से निकलती नजर आ रही थी। पर चाय के तत्काल बाद अश्विन ने परेरा को आउट करके मैच पर भारत की पकड़ बना दी और भारत ने दूसरी नई गेंद लेकर पांच ओवर में चार विकेट निकालकर जीत हासिल कर ली।
भारतीय कप्तान विराट कोहली श्रीलंकाई जमीन पर 22 साल के लम्बे अंतराल के बाद मिली ऐतिहासिक सीरीज जीत से इतने खुश हुए कि उन्होंने तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया की 117 रन की जीत में नायक रहे बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और गेंदबाज ईशांत शर्मा को मैच के बाद सबसे आगे चलने के लिये कहा। एसएससी मैदान में भारतीय टीम जब श्रीलंकाई टीम का मानमर्दन कर पैवेलियन की ओर लौट रही थी तो कप्तान विराट ने एक हाथ में स्टम्प ले रखा था और साथ ही उन्होंने पुजारा तथा ईशांत से कहा कि वह टीम में सबसे आगे चलें। विराट ने इस तरह अपनी कप्तानी की परिपक्वता का परिचय दिया कि वह अपने सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलते हैं। यही वजह थी कि उन्होंने भारत की जीत के दो प्रमुख सूत्रधारकों से कहा कि वे टीम में सबसे आगे चलें।
मैन आॅफ द मैच बने पुजारा ने भारत की पहली पारी में नाबाद 145 रन बनाए थे जबकि ईशांत ने पहली पारी में पांच विकेट सहित कुल आठ विकेट हासिल किए। ईशांत ने कहा, पहला मैच हारने के बाद किसी भी टीम के लिए वापसी करना आसान नहीं होता। हमारे लिए सबसे अच्छी बात यही थी कि हम हमेशा सकारात्मक थे और अपनी योजना पर डटे रहे। गेंद मेरे हाथ से बढ़िया तरीके से निकल रही थी और मैं उम्मीद करता हूं कि जब मैं अगला मैच खेलूं तब भी ऐसा ही करूं।
अश्वनि की फिरकी में नाचे श्रीलंकाई
 विदेशी जमीन पर विकेट न ले पाने की आलोचनाओं को झेल रहे आॅफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने श्रीलंकाई जमीन पर ऐसा रिकार्ड तोड़ प्रदर्शन किया कि भारत ने 22 साल के अंतराल के बाद श्रीलंका में पहली सीरीज जीत ली। भारत की 2-1 की जीत में अश्विन की सफलता का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने सीरीज के तीन मैचों में 18.09 के बेहतरीन औसत से सर्वाधिक 21 विकेट झटके और मैन आॅफ द सीरीज बन गए। अश्विन ने गॉले में पहले टेस्ट में 10 विकेट, पी सारा ओवल मैदान पर दूसरे टेस्ट में सात विकेट और एसएससी में तीसरे टेस्ट में चार विकेट हासिल किए। उन्होंने सीरीज में एक पारी में पांच विकेट दो बार और मैच में 10 विकेट एक बार हासिल किए। अश्विन ने श्रीलंकाई जमीन पर एक सीरीज में सर्वाधिक 16 विकेट लेने का हरभजन सिंह का रिकार्ड दूसरे टेस्ट में ही तोड़ दिया था। अश्विन को तीसरे टेस्ट की पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में चार विकेट लेकर भारत को 117 रन से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मैन आॅफ द मैच पुजारा
पहली पारी में शतक (145) जमाकर भारत की जीत की भूमिका बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा को मैन आॅफ द मैच चुना गया।
ईशांत को बर्थ डे गिफ्ट
तीसरे टेस्ट में 86 रन देकर 8 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले ईशांत शर्मा ने एंजेलो मैथ्यूज का विकेट लेकर अपनी बर्थ डे पर 200 टेस्ट विकेट पूरे कर लिए। यह उपलब्धि पाने वाले वह कपिल देव, श्रीनाथ और जहीर खान के बाद भारत के चौथे पेस गेंदबाज हैं।

टेस्ट में 200 विकेट लेने वाले भारतीय
गेंदबाज मैच विकेट औसत बेस्ट
अनिल कुंबले 132 619 29.65 10/74
कपिल देव 131 434 29.64 9/83
हरभजन सिंह 103 417 32.46 8/84
जहीर खान 92 311 32.94 7/87
बिशन सिंह बेदी 67 266 28.71 7/98
बी. चंद्रशेखर 58 242 29.74 8/79
जवागल श्रीनाथ 67 236 30.49 8/86
ईशांत शर्मा 65 200 36.51 7/74
   

No comments:

Post a Comment