दुनिया की नम्बर एक खिलाड़ी फिटनेस के लिये कर रही जीतोड़ कोशिश
साइना नेहवाल केलोग्स के अभियान बड़े सपनों की सही शुरुआत से जुड़ी
नई दिल्ली। विश्व की नम्बर एक बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल का मानना है कि यदि वह शारीरिक रूप से फिट रही तो ओलम्पिक का स्वर्ण पदक उसका होगा। देश की यह शटलर विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने का अपना सपना पूरा कर चुकी है और अब उसकी निगाहें 2016 के रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने पर लगी हंै।
सायना का कहना है कि ओलम्पिक स्वर्ण जीतने के लिए उन्हें अपनी फिटनेस और फार्म की निरंतरता को बनाए रखना होगा। सायना ने दो सितम्बर को केलोग्स के अभियान बड़े सपनों की सही शुरुआत से जुड़ने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक और इस साल विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद निश्चित रूप से मेरा अगला लक्ष्य रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतना है। लेकिन इसके लिए मुझे अपनी मौजूदा फार्म को अगले एक साल तक बरकरार रखना होगा। बैडमिंटन स्टार ने कहा, फार्म में निरंतरता के साथ साथ मुझे अपनी फिटनेस पर भी खास ध्यान रखना होगा। खिताब जीतने के लिए शत-प्रतिशत फिटनेस बहुत जरूरी है। मैं इसके लिए कड़ी मेहनत और ट्रेनिंग कर रही हूं और उम्मीद करती हूं कि अगले साल रियो ओलम्पिक तक चोटों से दूर रहूं।
सायना ने माना कि मौजूदा वर्ष उनके कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ समय है। उन्होंने कहा, मैंने इस साल इंडियन ओपन और सैयद मोदी ग्रांप्री के खिताब जीते जबकि आॅल इंग्लैंड तथा विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाई। विश्व रैंकिंग में मैं नम्बर एक बन गई हूं, किसी खिलाड़ी के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है। सायना ने साथ ही कहा कि उनके लिए अपनी ट्रेनिंग को हैदराबाद से बेंगलुरू शिफ्ट करना बहुत फायदेमंद रहा। उन्होंने कहा, मैंने विमल सर से बात की थी और वह व्यक्तिगत तौर पर ट्रेनिंग देने के लिए तैयार हो गए थे। हैदराबाद में ग्रुप ट्रेनिंग के कारण मेरा खेल लगातार प्रभावित हो रहा था। लेकिन अब विमल सर के खास फोकस के कारण मेरे खेल में उल्लेखनीय सुधार आया है और इसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। साइना ने कहा, अगला वर्ष ओलम्पिक वर्ष है जो काफी मुश्किल होगा और हर कोई ओलम्पिक की कड़ी तैयारी करेगा। मैं खुद भी ओलम्पिक के लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं।
ओलम्पिक हर चार साल बाद होते हैं और मैं खुद को खेलों के महाकुंभ में नया मुकाम हासिल करने के लिए तैयार करूंगी। पिछले पांच वर्ष से मैं विश्व चैम्पियनशिप में क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर पा रही थी लेकिन इस बार मैं फाइनल में पहुंची। चीन की दीवार तोड़ चुकी लेकिन अब स्पेन की कैरोलिना मारिन के रूप में नई दीवार का सामना कर रही सायना ने कहा, मारिन भी इस साल बहुत अच्छा खेल रही है और मैं उन्हें अगले टूर्नामेंट में हराने की पूरी कोशिश करूंगी। मैंने चीन की सभी शीर्ष खिलाड़ियों को हराया है और मैं मारिन को भी परास्त कर सकती हूं। चीन के रियो ओलम्पिक में अप्रत्याशित रूप से किसी चौंकाने वाले खिलाड़ियों को उतारने के सवाल पर सायना ने कहा, मैं विश्व रैंकिंग में सभी शीर्ष चीनी खिलाड़ियों से खेल चुकी हूं और उन्हें हरा भी चुकी हूं। ओलम्पिक में विश्व रैंकिंग के लिहाज से प्रवेश मिलता है इसलिए कोई अनजाना खिलाड़ी सामने आए इसकी सम्भावना कम लगती है। लेकिन पहले राउण्ड में मुझे बहुत सतर्क रहने की जरूरत होगी।
साइना नेहवाल केलोग्स के अभियान बड़े सपनों की सही शुरुआत से जुड़ी
नई दिल्ली। विश्व की नम्बर एक बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल का मानना है कि यदि वह शारीरिक रूप से फिट रही तो ओलम्पिक का स्वर्ण पदक उसका होगा। देश की यह शटलर विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने का अपना सपना पूरा कर चुकी है और अब उसकी निगाहें 2016 के रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने पर लगी हंै।
सायना का कहना है कि ओलम्पिक स्वर्ण जीतने के लिए उन्हें अपनी फिटनेस और फार्म की निरंतरता को बनाए रखना होगा। सायना ने दो सितम्बर को केलोग्स के अभियान बड़े सपनों की सही शुरुआत से जुड़ने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक और इस साल विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद निश्चित रूप से मेरा अगला लक्ष्य रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतना है। लेकिन इसके लिए मुझे अपनी मौजूदा फार्म को अगले एक साल तक बरकरार रखना होगा। बैडमिंटन स्टार ने कहा, फार्म में निरंतरता के साथ साथ मुझे अपनी फिटनेस पर भी खास ध्यान रखना होगा। खिताब जीतने के लिए शत-प्रतिशत फिटनेस बहुत जरूरी है। मैं इसके लिए कड़ी मेहनत और ट्रेनिंग कर रही हूं और उम्मीद करती हूं कि अगले साल रियो ओलम्पिक तक चोटों से दूर रहूं।
सायना ने माना कि मौजूदा वर्ष उनके कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ समय है। उन्होंने कहा, मैंने इस साल इंडियन ओपन और सैयद मोदी ग्रांप्री के खिताब जीते जबकि आॅल इंग्लैंड तथा विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाई। विश्व रैंकिंग में मैं नम्बर एक बन गई हूं, किसी खिलाड़ी के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है। सायना ने साथ ही कहा कि उनके लिए अपनी ट्रेनिंग को हैदराबाद से बेंगलुरू शिफ्ट करना बहुत फायदेमंद रहा। उन्होंने कहा, मैंने विमल सर से बात की थी और वह व्यक्तिगत तौर पर ट्रेनिंग देने के लिए तैयार हो गए थे। हैदराबाद में ग्रुप ट्रेनिंग के कारण मेरा खेल लगातार प्रभावित हो रहा था। लेकिन अब विमल सर के खास फोकस के कारण मेरे खेल में उल्लेखनीय सुधार आया है और इसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। साइना ने कहा, अगला वर्ष ओलम्पिक वर्ष है जो काफी मुश्किल होगा और हर कोई ओलम्पिक की कड़ी तैयारी करेगा। मैं खुद भी ओलम्पिक के लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं।
ओलम्पिक हर चार साल बाद होते हैं और मैं खुद को खेलों के महाकुंभ में नया मुकाम हासिल करने के लिए तैयार करूंगी। पिछले पांच वर्ष से मैं विश्व चैम्पियनशिप में क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर पा रही थी लेकिन इस बार मैं फाइनल में पहुंची। चीन की दीवार तोड़ चुकी लेकिन अब स्पेन की कैरोलिना मारिन के रूप में नई दीवार का सामना कर रही सायना ने कहा, मारिन भी इस साल बहुत अच्छा खेल रही है और मैं उन्हें अगले टूर्नामेंट में हराने की पूरी कोशिश करूंगी। मैंने चीन की सभी शीर्ष खिलाड़ियों को हराया है और मैं मारिन को भी परास्त कर सकती हूं। चीन के रियो ओलम्पिक में अप्रत्याशित रूप से किसी चौंकाने वाले खिलाड़ियों को उतारने के सवाल पर सायना ने कहा, मैं विश्व रैंकिंग में सभी शीर्ष चीनी खिलाड़ियों से खेल चुकी हूं और उन्हें हरा भी चुकी हूं। ओलम्पिक में विश्व रैंकिंग के लिहाज से प्रवेश मिलता है इसलिए कोई अनजाना खिलाड़ी सामने आए इसकी सम्भावना कम लगती है। लेकिन पहले राउण्ड में मुझे बहुत सतर्क रहने की जरूरत होगी।
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