युवा खेलों में सफलता के लिए नियमित करें अभ्यासः ओमप्रकाश तोमर
संस्कृति यूनिवर्सिटीः स्पोर्ट्स फेस्टा-2019 दिन भर हुए रोमांचक मुकाबले
मथुरा। विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के साथ खेलों का भी विशेष महत्व है। आज युवा पीढ़ी खेलों में भी करियर बना सकती है लेकिन इसके लिए उसे नियमित अभ्यास करना होगा। संस्कृति यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के जोश और जज्बे को देखते हुए ऐसा लगता है कि इनमें कई स्टार छिपे हुए हैं जोकि खेलों में देश का नाम रोशन कर सकते हैं। मैं यूनिवर्सिटी के खेल परिसरों से काफी प्रभावित हूं। छात्र-छात्राओं को इनका लाभ उठाना चाहिए उक्त उद्गार संस्कृति यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स फेस्टा-2019 के विधिवत शुभारम्भ अवसर पर अंतरराष्ट्रीय एथलीट ओमप्रकाश सिंह तोमर ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
संस्कृति यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति सचिन गुप्ता ने कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है, इससे निराश होने की बजाय युवा पीढ़ी को खेलभावना का परिचय देते हुए अपनी प्रतिभा की बानगी पेश करनी चाहिए। जो कुछ करेगा, अवश्य आगे बढ़ेगा और वह अपने परिवार, यूनिवर्सिटी तथा देश का नाम रोशन करेगा। खेल तन और मन की ताजगी के लिए बेहद जरूरी हैं लिहाजा प्रतिदिन खेलों को समय देना बेहद जरूरी है।
इस अवसर पर भारत में अर्जेण्टीना के उच्चायुक्त सर्जियो ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हार से ही जीत का रास्ता प्रशस्त होता है। पराजय से ही खिलाड़ी को अपनी कमियां पता चलती हैं। श्री सर्जियों ने बैडमिंटन खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने के साथ ही कुछ देर स्वयं भी खेले। स्वागत उद्बोधन कुलपति डा. राणा सिंह ने दिया। इस अवसर पर ओ.एस.डी. मीनाक्षी शर्मा, डायरेक्टर जनरल विवेक अग्रवाल, प्राध्यापकगण, सभी दलों के कप्तान तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
आज खेले गए बैडमिंटन के सिंगल्स फाइनल मुकाबलों में शिवालिक के प्रकुल और नीलगिरी की अनुष्का चैम्पियन बने। प्रकुल ने नीलगिरी के प्रवीण तथा अनुष्का ने विंध्याचल की जया को पराजित किया। शिवालिक टीम ने क्रिकेट और बालिका खो-खो में खिताबी जीत हासिल की। टेबल टेनिस बालिका वर्ग में नीलगिरी तथा बालक वर्ग में विंध्याचल चैम्पियन बना।
संस्कृति यूनिवर्सिटीः स्पोर्ट्स फेस्टा-2019 दिन भर हुए रोमांचक मुकाबले
मथुरा। विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के साथ खेलों का भी विशेष महत्व है। आज युवा पीढ़ी खेलों में भी करियर बना सकती है लेकिन इसके लिए उसे नियमित अभ्यास करना होगा। संस्कृति यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के जोश और जज्बे को देखते हुए ऐसा लगता है कि इनमें कई स्टार छिपे हुए हैं जोकि खेलों में देश का नाम रोशन कर सकते हैं। मैं यूनिवर्सिटी के खेल परिसरों से काफी प्रभावित हूं। छात्र-छात्राओं को इनका लाभ उठाना चाहिए उक्त उद्गार संस्कृति यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स फेस्टा-2019 के विधिवत शुभारम्भ अवसर पर अंतरराष्ट्रीय एथलीट ओमप्रकाश सिंह तोमर ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
संस्कृति यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति सचिन गुप्ता ने कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है, इससे निराश होने की बजाय युवा पीढ़ी को खेलभावना का परिचय देते हुए अपनी प्रतिभा की बानगी पेश करनी चाहिए। जो कुछ करेगा, अवश्य आगे बढ़ेगा और वह अपने परिवार, यूनिवर्सिटी तथा देश का नाम रोशन करेगा। खेल तन और मन की ताजगी के लिए बेहद जरूरी हैं लिहाजा प्रतिदिन खेलों को समय देना बेहद जरूरी है।
इस अवसर पर भारत में अर्जेण्टीना के उच्चायुक्त सर्जियो ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हार से ही जीत का रास्ता प्रशस्त होता है। पराजय से ही खिलाड़ी को अपनी कमियां पता चलती हैं। श्री सर्जियों ने बैडमिंटन खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने के साथ ही कुछ देर स्वयं भी खेले। स्वागत उद्बोधन कुलपति डा. राणा सिंह ने दिया। इस अवसर पर ओ.एस.डी. मीनाक्षी शर्मा, डायरेक्टर जनरल विवेक अग्रवाल, प्राध्यापकगण, सभी दलों के कप्तान तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
आज खेले गए बैडमिंटन के सिंगल्स फाइनल मुकाबलों में शिवालिक के प्रकुल और नीलगिरी की अनुष्का चैम्पियन बने। प्रकुल ने नीलगिरी के प्रवीण तथा अनुष्का ने विंध्याचल की जया को पराजित किया। शिवालिक टीम ने क्रिकेट और बालिका खो-खो में खिताबी जीत हासिल की। टेबल टेनिस बालिका वर्ग में नीलगिरी तथा बालक वर्ग में विंध्याचल चैम्पियन बना।
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