बाक्सिंग गुरु तरनेश तपन की
मेहनत रंग लाई
श्रीप्रकाश
शुक्ला
ग्वालियर। मध्य प्रदेश को चार एकलव्य और दर्जनों राष्ट्रीय बाक्सर
देने वाले बाक्सिंग गुरु तरनेश तपन का सपना साकार होने वाला है। अब यहां के
मुक्केबाजों को कहीं नहीं जाना पड़ेगा बल्कि उनकी अपने ही शहर में बल्ले-बल्ले
होगी क्योंकि आने वाले कुछ महीनों में ही यहां खेल एवं युवा कल्याण विभाग के
प्रयासों से बाक्सिंग का फीडर सेण्टर आबाद होने जा रहा है। खेल मंत्री यशोधरा राजे
सिंधिया और संचालक खेल उपेन्द्र जैन ने ग्वालियर में प्रतिभाओं को देखते हुए
अतिशीघ्र यहां बाक्सिंग का फीडर सेण्टर खोलने के संकेत दे दिए हैं।
देखा जाए तो ग्वालियर-चम्बल सम्भाग में बाक्सिंग के जन्मदाता या यूं कहें
पालनहार तरनेश तपन हर खेल से गहरा जुड़ाव रखते हैं लेकिन रिंग का यह मास्टर
मुक्केबाजी को पूरी तरह से समर्पित है। वह कई साल से खेल एवं युवा कल्याण विभाग से
ग्वालियर में होनहार बाक्सरों को देखते हुए यहां बाक्सिंग का फीडर सेण्टर खोलने की
मांग करते आ रहे हैं। श्री तपन इसके लिए दो बार खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया तो
एक बार संचालक खेल उपेन्द्र जैन से भी मिले और उनका ध्यान ज्ञापन के माध्यम से
दिलाने का प्रयास किया। आखिरकार श्री तपन की मेहनत रंग लाई और खेल मंत्री यशोधरा
राजे सिंधिया ने अखिल भारतीय श्रीमंत राजमाता विजया राजे सिंधिया स्मृति फुटबाल
प्रतियोगिता के पारितोषिक वितरण समारोह के अवसर पर भरोसा दिया कि ग्वालियर में बाक्सिंग
का फीडर सेण्टर अवश्य खुलेगा।
सूत्रों की कही सच मानें तो यहां बाक्सिंग का फीडर सेण्टर एक-दो महीने में ही खुल
जाएगा। फीडर सेण्टर जिला खेल परिसर कम्पू और दर्पण मिनी स्टेडियम में सुबह-शाम
चलेगा। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के लिए खुशखबर यह है कि उसे फीडर सेण्टर के लिए
प्रशिक्षक खोजने की कवायद भी नहीं करनी होगी। बाक्सिंग में शहर की पहली एकलव्य अवार्डी
और राष्ट्रीय बाक्सर प्रीति सोनी में वह सारे गुण और पात्रताएं हैं जोकि एक
प्रशिक्षक के लिए होने चाहिए। प्रीति सोनी इस खेल से एनआईएस हैं तो रियल अवार्डी
तरनेश तपन का सहयोग सोने में सुहागा साबित होगा। ग्वालियर में बाक्सिंग की जहां तक
बात है तरनेश तपन की अथक मेहनत से यहां से प्रीति सोनी, प्रियंका सोनी (दोनों
बहनें), निशा जाटव और अंजली शर्मा एकलव्य अवार्ड हासिल कर चुकी हैं। अंजली शर्मा
तो भोपाल की एकेडमी में प्रवेश पाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पदक से अपना
गला सजा चुकी है।
गुरबत के दौर में भी यहां के प्रतिभाशाली बाक्सरों ने जब अपने दमदार मुक्कों
से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है तो फीडर सेण्टर खुल जाने के बाद स्थिति और
बेहतर होना तय है। यहां के बालक और बालिका बाक्सर राज्य स्तर पर सैकड़ों तो
राष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों पदक जीतकर अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर चुके
हैं। बाक्सिंग गुरु तरनेश तपन कहते हैं कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग के वह
शुक्रगुजार हैं कि उसने इस खेल को बढ़ावा देने की ठान ली है। वैसे भी जिला खेल
अधिकारी जमील अहमद सिद्दीकी बाक्सिंग खेल को बढ़ावा देने की खातिर कुछ न कुछ सहयोग
करते ही रहे हैं।
इसी सत्र में खुलेगा फीडर सेण्टरः जिला खेल अधिकारी जमील अहमद सिद्दीकी
जिला खेल अधिकारी जमील अहमद सिद्दीकी ने स्वीकार किया कि ग्वालियर में बाक्सिंग
का फीडर सेण्टर खोले जाने का विभाग ने फैसला ले लिया है। यह कहना अभी सम्भव नहीं
कि यह सौभाग्य शहर को किस महीने में मिलेगा लेकिन इसी सत्र में यहां बाक्सिंग
सेण्टर आबाद हो जाएगा। 23 जुलाई को ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर में बाक्सिंग का फीडर सेण्टर खोले जाने
की घोषणा कर दें तो किसी को अचरज नहीं होना चाहिए।
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