Monday 25 May 2015

मोदी की साफगोई

गरीबों के हित-चिन्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मभूमि नगला चन्द्रभान और ब्रजवासियों के लिए सोमवार का दिन विशेष रहा। विशेष इसलिए नहीं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान किया बल्कि इसलिए कि उन्होंने उस महापुरुष के गांव की दुर्दशा भी देखी जिस तक किसी दूसरे भाजपाई ने आज तक ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा था। मोदी ने कहा कि वे चाहते तो यह कार्यक्रम किसी बड़े महानगर में सहजता से परवान चढ़ जाता लेकिन हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए है। मेरा दिली इच्छा रही कि जिस महापुरुष ने हमारे बीच विचार का बीज बोया, अंत्योदय का मार्ग दिखाया, आखिरी छोर पर बैठे व्यक्तिके अंत्योदय का जिस महापुरुष ने सिद्धांत दिया, उस गांव जाकर मैं उनका नमन करूं और अपने सवा सौ करोड़ भारतवासियों को अपने 365 दिन के कामकाज का हिसाब दूं। मोदी ने कहा कि मैं इस देश का प्रधानमंत्री नहीं, प्रधान संत्री, प्रधान सेवक और प्रधान ट्रस्टी हूं। देश की सम्पदा की सुरक्षा व गरीबों की हित रक्षा मेरी जिम्मेदारी है। मोदी के इन अल्फाजों से उन लोगों को पीड़ा हो सकती है जिनके लिए गरीब सिर्फ वोट बैंक है। मोदी अपने एक साल के कार्यकाल का बखान करते-करते पूर्ववर्ती सरकार पर तंज कसने से भी नहीं चूके। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भारतीय राजनीति का महापुरुष करार देते हुए कहा कि इन तीनों के चिन्तन में हमेशा गांव का गरीब और किसान रहा है। यही मेरे आदर्श हैं और इनके कृतित्व को ही ध्यान में रखकर हम देश को सुशासन देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। 26 मई मंगलवार को सरकार का एक साल पूरा हो रहा है। इस मौके पर 365 दिन मैंने और सरकार ने जो काम किये हैं, उन्हें गिनाऊं तो 365 घण्टे कम पड़ जाएंगे। हमने हर पल नया निर्णय लिया है। हर पल फैसला लिया है। अब बुरे दिन बीत चुके हैं। मैंने कभी भी बुरे काम करने वालों के अच्छे दिन की गारण्टी नहीं दी। जिनके बुरे दिन आए हैं, वही हल्ला कर रहे हैं। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से प्रतिप्रश्न किया और कहा कि आपने नई सरकार नहीं चुनी होती तो क्या होता? पहले रिमोट कंट्रोल से सरकार चलती थी, रोज नए घोटाले सामने आते थे लेकिन पिछले एक साल में कोई घोटाला और भाई-भतीजावाद की खबर नहीं आई है। मोदी ने गंगा और यमुना-दोनों को मां मानते हुए ब्रज के विकास के लिए 130 करोड़ रुपये की सौगात भी दी। सरकार की उपलब्धियों से इतर मोदी ने घर-घर शौचालय बनाने और मुल्क से गंदगी दूर करने की मंशा जताते हुए राज्य सरकारों से कंधा से कंधा मिलाकर इस मोर्चे पर साथ देने का आह्वान किया। मोदी को भरोसा है कि देश की सूरत जरूर बदलेगी और 2020 तक हर भारतवासी के पास पक्का मकान होगा। जो भी हो ब्रजभूमि से अपने एक साल के जन कल्याण कार्यक्रमों का बिगुल फूंकने आये मोदी से ब्रजवासियों को थीं तो बड़ी उम्मीदें पर वह कान्हा की ही तरह लोगों का दिल जीतकर चले गये।

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