Monday 21 May 2012

उत्तर प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में होगा खेल मैदान


अब उत्तर प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को अपना खेल निखारने के लिए शहर की तरफ नहीं भागना पड़ेगा। अब उनकी ग्राम पंचायत में न केवल खेल मैदान होंगे बल्कि केन्द्र सरकार खेल सामग्री भी मुहैया कराएगी। केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान योजना के तहत प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों को चिह्नित किया जा चुका है। सब कुछ ठीकठाक रहा तो वर्ष 2017 तक देश की हर ग्राम पंचायत के पास स्वयं का खेल मैदान व सामान होगा। पायका योजना का लाभ आगरा जिले की 640 ग्राम पंचायतों को मिलेगा जिसमें 10 करोेड़, 57 लाख 20 हजार रुपये की लागत आएगी। कुल लागत का 75 फीसदी पैसा केन्द्र और 25 फीसदी पैसा राज्य सरकार वहन करेगी।
केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2008-09 से संयुक्त रूप से पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान (पायका) योजना संचालित की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य पंचायत स्तर पर आधारभूत खेल अवस्थापना एवं खेल उपकरण आदि उपलब्ध कराकर आमजन की सहभागिता से ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद को प्रोत्साहित करना तथा प्रतिभाशाली ग्रामीण खिलाड़ियों को जिला, ब्लॉक स्तर की वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से आगे बढ़ने का अवसर सुलभ कराना है। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के वित्तीय वर्ष 2008-09 से 2011-12 तक जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों एवं क्षेत्र पंचायतों के 10 प्रतिशत की दर से तथा बारहवीं पंचवर्षीय योजना के वित्तीय वर्ष 2012-13 से 2016-17 तक 12 प्रतिशत की दर से ग्राम पंचायतों तथा क्षेत्र पंचायत स्तर पर खेल मैदानों का विकास कर खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाना है।
इस योजना से उत्तर प्रदेश के सभी जिले लाभान्वित होंगे। आगरा जनपद में भी यह योजना अपना काम शुरू कर चुकी है। इस योजना से आगरा जनपद के विकास खण्ड खन्दौली की 56 ग्राम पंचायतें व 42 पायका सेण्टर, शमशाबाद की 55  ग्राम पंचायतें व 44 पायका सेण्टर, फतेहाबाद की 64 ग्राम पंचायतें व 39 पायका सेण्टर, जगनेर की 26 ग्राम पंचायतें व 19 पायका सेण्टर, सैंया की 39 ग्राम पंचायतें व 28 पायका सेण्टर, खेरागढ़ की 35 ग्राम पंचायतें व 24 पायका सेण्टर, एत्मादपुर की 36 ग्राम पंचायतें व 26 पायका सेण्टर, अछनेरा की 51 ग्राम पंचायतें व 37 पायका सेण्टर, बाह की 45 ग्राम पंचायतें व 28 पायका सेण्टर, जैतपुर कलां की 45 ग्राम पंचायतें व 28 पायका सेण्टर, बिचपुरी की 24 ग्राम पंचायतें व 21 पायका सेण्टर, फतेहपुर सीकरी की 51 ग्राम पंचायतें व 32 पायका सेण्टर, अकोला की 32 ग्राम पंचायतें व 25 पायका सेण्टर तथा पिनाहट की 35 ग्राम पंचायतें व 23 पायका सेण्टर लाभान्वित होंगे। अब सवाल यह उठता है कि 11वीं पंचवर्षीय योजना समाप्ति की ओर है, ऐसे में तय समय पर कार्य कैसे पूरा हो सकेगा?  नियम के मुताबिक अब तक 192 ग्राम पंचायतों में काम पूरा हो जाना था, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।

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